Uttarakhand: पिछले कुछ दिनों में उत्तराखंड में 6 से अधिक पर्यटकों की विभिन्न घाटों पर डूबने से मौत हो गई है। ऋषिकेश क्षेत्र के खतरनाक गंगा घाटों पर पर्यटकों को डूबने से बचाने के लिए पुलिस ने अनूठी पहल की है। यह पहल लगातार डूबने की घटनाओं को ध्यान में रखकर शुरू की गई है। अब लोगों को जागरूक करने के लिए गंगा किनारे घाटों पर स्थित पत्थरों पर भी जागरूकता स्लोगन लिखे जा रहे हैं।
दरअसल, मुनि की रेती, तपोवन, लक्ष्मणझूला के खतरनाक घाटों पर आए दिन पर्यटकों के डूबने की सूचना मिल रही है। पुलिस पर्यटकों को जागरूक करने के लिए तमाम तरीके भी अपना रही है। ऐसे मे पुलिस ने गंगा घाटों पर चेतावनी बोर्ड के साथ मुनादी तो शुरू की ही थी, लेकिन अब गंगा घाटों के किनारे स्थित बड़े-बड़े पत्थरों पर भी पुलिस ने स्लोगन लिखने शुरू कर दिए हैं। जिनसे पर्यटक गंगा की गहराई को लेकर सचेत होंगे। पुलिस का मानना है कि पर्यटक मौज मस्ती के दौरान पत्थरों पर चढ़कर सेल्फी लेते हैं और रील बनाते हैं और फिर फिसलकर नदी में चले जाते हैं और कभी-कभी तो इस लापरवाही की वजह से पर्यटकों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ जाता है।
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि जबरदस्ती खतरनाक घाटों पर जाने वाले पर्यटकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि पर्यटकों की जान बचाने के लिए जागरूकता के साथ कुछ सख्त कदम उठाने की भी जरूरत है। एसएसपी ने कहा कि ग्रीष्मकाल शुरू हो गया है। लगातार क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जो खतरनाक गंगा घाटों पर नहाने के लिए पहुंच रहे हैं। इसलिए पुलिस ने अपनी ओर से प्रयास शुरू किए हैं। पर्यटकों को भी अपनी जान बचाने के लिए जागरूक होने की जरूरत है। एसएसपी ने स्थानीय लोगों से भी पर्यटकों को खतरनाक गंगा घाटों पर जाने से रोकने के लिए सहयोग मांगा है।