Binsar Wildlife Sanctuary : मैदानी इलाकों में अपना वर्चस्व जमाने वाले बाघ अपने व्यवहार के विपरीत अब पहाड़ में भी दिखने लगे हैं। अल्मोड़ा के बिनसर वन्य जीव विहार में एक बार फिर बाघ दिखा। बिनसर महादेव मंदिर से करीब 2 किलोमीटर पहले बाघ दिखाई दिया। रिजॉर्ट में काम करने वाले एक कर्मचारी ने बाघ की चहलकदमी का वीडियो बना लिया। सेंचुरी में बाघ की एंट्री से वन महकमा अलर्ट हो गया है।
डीएफओ ध्रुव सिंह मर्तोलिया ने बताया कि बाघ की मूवमेंट कैद करने के लिए 8 कैमरा ट्रैप लगाए गए हैं। साथ ही सेंचुरी के अंतर्गत आने वाले गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। इससे पहले बीते साल दिसंबर में भी बिनसर में बाघ दिखाई दिया था। बाघ दिखाई देने के बाद सेंचुरी के अंतर्गत रहने वाले ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
बता दें, कुछ दिन पहले ही मसूरी के बर्लोगंज क्षेत्र के एक निजी स्कूल परिसर में एक गुलदार को चहलकदमी करते हुए देखा गया था। इसके बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया था। स्कूल परिसर में गुलदार देखे जाने पर स्थानीय लोगों ने वन विभाग को सूचना दी थी। उसके बाद वन विभाग की टीम डीएफओ मसूरी अमित कंवर के निर्देश पर मौके पर पहुंची थी और गुलदार को ढूंढ़ने की कोशिश की थी।
वन विभाग की टीम ने गुलदार को पकड़ने के लिए स्कूल परिसर में पिंजरे लगा दिए गए थे। यही नहीं टीम ने स्कूल के आसपास के क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया था। वहीं, स्कूल प्रबंधन को भी रात्रि के समय छात्र-छात्राओं और स्टाफ को बाहर न निकलने की हिदायत दी गई थी।
उत्तराखंड में जंगल और पड़ाड़ होने के कारण अक्सर जंगल से जानवर आबादी वाले इलाके में आ जाते हैं। इससे लोगों में दहशत फैल जाती है। कभी हाथी तो कभी बाघ आबादी वाले क्षेत्रों में पहुंच जाते हैं। इनको देखकर स्थानीय लोग डर के कारण घरों में दुबक जाते हैं। वहीं, कुछ दिनों पहले एक हाथी आबादी वाले क्षेत्र में आ गया था। हाथी को सड़क पर देखकर लोग इधर-उधर भागने लगे थे। कोई किसी गाड़ी के पीछे छिप गया था तो कोई भाग खड़ा हुआ था।