Hemkund Sahibs: श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा प्रारंभ हो गई है। हेमकुण्ड साहिब के कपाट आज अरदास पूजा के बाद ठीक 11 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये गए हैं। अधिक ठंड व बर्फ होने के कारण कपाट खुलने के अवसर पर 3000 से भी अधिक यात्रियों ने गुरूद्वारा में माथा टेका व लक्ष्मण मंदिर में पूजा-अर्चना की।
हेमकुण्ड साहिब की यात्रा 19 किलोमीटर पैदल चलकर पूरी की जाती है। मान्यता है कि गुरू गोविन्द सिंह ने पूर्व जन्म में यहां पर तपस्या की थी। श्री हेमकुण्ड यात्रा 25 मई से 15 अक्टूबर तक चलती है। दुर्गम पैदल धर्मिक यात्रा के सफल संचालन के लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की है।
समुद्र तल से 15000 फीट की ऊंचाई पर स्थित श्री हेमकुंड साहिब के कपाट आज आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। इस मौके पर देश-विदेश के हजारों श्रद्धालुओं ने पवित्र हेमकुंड साहिब में स्नान कर श्री गुरुग्रन्थ साहिब के प्रकाशोत्सव उत्सव के दर्शन कर गुरुद्वारा में माथा टेका, वहीं लोकपाल लक्ष्मण मन्दिर के भी दर्शन किए। आज सुबह गुरुद्वारा कमेटी द्वारा 9:30 बजे गुरुग्रंथ साहिब को सतखण्ड से हेमकुंड दरबार लाया गया। जिसके बाद गुरुवाणी व सुखमनी पाठ के साथ ही पहली अरदास की गई।
गोविन्द घाट से 19 किमी की खड़ी चढाई पार करने के बाद श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। श्री हेमकुंड साहिब का कपाट खुलने के मौके पर देश-विदेश के श्रद्धालुओं ने ग्रन्थ साहिब के दर्शन कर सुख शांति की कामना की।