Liquor Caught In Pauri: पौड़ी जिले के अंतर्गत मलेठी स्थित श्रीराम एग्रीवेंचर शराब की फैक्ट्री में बीते 12 अप्रैल को बाहर से शराब आने की सूचना प्राप्त हुई थी। लाइसेंस के कारण बंद होने के बावजूद शराब की तस्करी की सूचना पर निर्वाचन आयोग की एफएसटी टीम मौके पर पहुंची थी। वहीं इस पूरे प्रकरण में शराब की संख्या, ब्रांड व अन्य जानकारी को लेकर समाजसेवी मनीष खुगशाल स्वतंत्र ने सूचना का अधिकार तहत विभाग से कुछ सूचनाएं मांगी थी। लेकिन विभाग की ओर से प्रश्नवाचक सवालों का आधार बताते हुए जवाब नहीं दिया गया।
जिसके बाद आज समाजसेवी ने डीएम पौड़ी से मुलाकात की और डीएम को अपील को लेकर अर्जी भी दी। इस दौरान समाजसेवी डबल मियां ने कहा कि विभाग द्वारा सूचना अधिकार का सही जवाब नहीं दिया जा रहा है, जिससे विभाग की भूमिका संदेह जनक प्रतीत हो रही है।
यह था मामला
पौड़ी जिले में सतपुली के पास एकेश्वर विकासखंड क्षेत्र में बड़ी मात्रा में शराब का स्टॉक पकड़ा गया था। बताया जा रहा है कि मौके पर करीब 9331 शराब की पेटियां मौजूद थी। जानकारी मिलते ही निर्वाचन आयोग की फ्लाइंग स्क्वायड टीम (एफएसटी) और पुलिस मौके पर पहुंची। टीम ने आबकारी विभाग को भी इसकी सूचना दे दी थी, लेकिन आबकारी विभाग की टीम करीब आठ घंटे बाद पहुंची। आबकारी विभाग के देरी से पहुंचने से स्थानीय लोगों ने विभाग के अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया था और उनके खिलाफ नारेबाजी भी की थी।
9331 पेटी शराब हुई बरामद
आबकारी विभाग के टीम के साथ जब एफएसटी टीम फैक्ट्री में चेकिंग के लिए अंदर गई तो वहां से करीब 9331 पेटी शराब पाई गई। बताया जा रहा है कि जिस जगह पर ये शराब रखी हुई है, वो शराब फैक्ट्री है, लेकिन वो बंद हो गई है। हालांकि जब जांच टीम ने फैक्ट्री के कर्मचारियों से स्टॉक रजिस्टर मांगा तो नहीं दिखा पाए, जिस कारण किसी गड़बड़ी का कुछ पता नहीं चल पाया।