Shifan Court Case: मसूरी मजदूर संघ शिफन कोर्ट से बेघर हुए लोगों को विस्थापित न किए जाने को लेकर 24 अगस्त को मसूरी के शहीद स्थल पर एक दिवसीय उपवास करेगा। मसूरी मजदूर संघ ने एसडीएम मसूरी को नायब तहसीलदार कमल राठौर के माध्यम से ज्ञापन दिया है। मसूरी मजदूर संघ के महामंत्री संजय टम्टा ने बताया कि शिफन कोर्ट से बेघर हुए 84 परिवार पिछले 4 सालों से बिना आवास के रह रहे हैं, जिससे वह काफी परेशान हैं।
मसूरी मजदूर संघ के महामंत्री संजय टम्टा ने कहा कि 24 अगस्त 2024 को शिफन कोर्ट को उजड़े हुए पूरे चार साल हो रहे हैं। प्रशासन और शासन द्वारा कोरोना महामारी में मसूरी पुरुकुल रोपवे परियोजना के तहत शिफन कोर्ट में रह रहे 84 परिवारों को उजाड़ कर बेघर कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि हर साल 24 अगस्त को सभी शिफन कोर्ट के निवासी काले दिवस के रूप में बनाते हैं। कहा कि पूर्व में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आईडीएच बिल्डिंग के पास शिफन कोर्ट के बेघर लोगों के लिए आवास बनाए जाने को लेकर शिलान्यास किया था, लेकिन आज तक आवास बनाए जाने को लेकर एक भी पत्थर नहीं लगाया गया। इससे शिफन कोर्ट के लोगों में सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश है।
संजय टम्टा ने कहा कि शिफन कोर्ट को उजड़े हुए 4 साल पूरे होने पर सभी शिफन कोर्ट के 84 बेघर परिवार के सदस्य 24 अगस्त को शहीद स्थल पर एकत्रित होंगे और सरकार व नगर पालिका प्रशासन की वादाखिलाफी को लेकर एक दिन का उपवास रखेंगे। उन्होंने कहा कि शिफन कोर्ट के बेघर लोग पिछले 4 साल से अपने विस्थापन की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनको आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिल रहा है।
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उन्होंने कहा कि अगर शिफन कोर्ट के बेघर लोगों को आवास दिए जाने को लेकर शासन-प्रशासन की ओर से कोई ठोस जवाब नहीं मिलता है तो 28 अगस्त को शिफन कोर्ट के लोगों के विस्थापन के साथ अन्य मांगों को लेकर सभी मजदूर संघ एंव सामाजिक संस्था के लोग मिलकर शहीद स्थल पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे।
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