Police Encounter : उधम सिंह नगर के नानकमत्ता गुरद्वारे के संत बाबा तरसेम सिंह की हत्या का शार्प शूटर मंगलवार सुबह भगवानपुर के जंगल में पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया। देहरादून हरिद्वार के अलावा कई जिलों की एसटीएफ कुख्यात बदमाश की तलाश में जुटी थी। आज सुबह पुलिस को सूचना मिली थी कि भगवानपुर के जंगल में कुख्यात अमरजीत सिंह बाइक पर अपने एक साथी के साथ दिखाई दिया है। सूचना मिलते ही पुलिस और एसटीएफ की टीमों ने शार्प शूटर का पीछा किया। इस दौरान शूटर ने पुलिस टीम पर फायरिंग की तो पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। इस दौरान अपराधी ढेर हो गया।
पुलिस और एसटीएफ की टीमों ने शार्प शूटर का पीछा किया। इस दौरान शूटर ने पुलिस टीम पर फायरिंग की तो पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। इस दौरान अपराधी घायल हो गया। उसे तुरंत रुड़की सिविल हॉस्पिटल में भर्ती किया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। फिलहाल, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं, सूचना मिलते ही आईजी गढ़वाल करन सिंह नगयान पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। मौके से आरोपी की बाइक भी पुलिस ने बरामद की है।
पुलिस ने बताया कि यह वही बाइक है, जिससे घटना को अंजाम दिया गया था। भगवानपुर थानाध्यक्ष सूर्य भूषण नेगी के साथ-साथ एसपी देहात स्वपन किशोर भी मौके पर मौजूद रहे। इस दौरान आईजी गढ़वाल करन सिंह नागयान ने बताया कि पिछले काफी समय से पुलिस कुख्यात अपराधी अमरजीत की तलाश में जुटी थी। सभी रिश्तेदारों के साथ भी संपर्क में थी। उत्तराखंड एसटीएफ को संदिग्ध बदमाश की सूचना मिली थी। अमरजीत का एक साथी फरार हो गया। उसकी तलाश की गई। लेकिन, उसका कुछ पता नहीं चला। उन्होंने बताया कि पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते अमरजीत और उसका साथी भगवानपुर के जंगल में पहुंचा होगा।
गौरतलब है कि बीती 28 मार्च को नानकमत्ता गुरद्वारे के संत बाबा तरसेम की बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पूरी घटना मौके पर लगे सीसीटीवी में कैद हो गई थी। इस घटना को मुख्यमंत्री धामी और पुलिस अधिकारियों ने गंभीरता से लिया था। घटना के बाद कई अन्य लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस हत्याकांड के बाद उत्तराखंड में हड़कंप मच गया था। मुख्यमत्री पुष्कर सिंह धामी खुद श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा गए थे।
मुख्यमंत्री ने डीजीपी अभिनव कुमार को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद से पुलिस लगातार आरोपियों को तलाशने में जुटी थी। कुछ दिन पूर्व ही इस घटना में शामिल साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था। एसटीएफ का कहना है कि अमरजीत सिंह नाम का यह बदमाश श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा डेरा कार सेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या करने की घटना में शामिल था।
बाबा तरसेम सिंह श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा डेरा कार सेवा के प्रमुख थे। उन्होंने नानकमत्ता क्षेत्र में शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में कई काम किए थे। बाबा तरसेम सिंह की हत्या के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी नानकमत्ता डेरे पहुंचे थे और बाबा तरसेम सिंह के पार्थिव शरीर को देखकर भावुक हो गए थे। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि कानून अपना काम करेगा, जिसके बाद उत्तराखंड पुलिस ने शूटरों की धरपकड़ को दिन-रात एक कर दिया और एक बदमाश अमरजीत सिंह मुठभेड़ में मार गिराया।