Employment in Uttarakhand: रोजगार की तलाश में जहां युवा बड़े शहरों का रुख कर रहे हैं, वहीं कुछ युवा ऐसे भी हैं जो बड़े शहरों की अच्छी नौकरी को छोड़कर पहाड़ों की ओर लौट रहे हैं और अपने घर में ही रोजगार स्थापित कर अन्य लोगों को भी रोजगार दे रहे हैं। ऐसे ही एक युवा पौड़ी जिले के उरेगी गांव निवासी पंकज नेगी ने दिल्ली की एक नामचीन कंपनी की नौकरी छोड़कर अपने गृह जनपद पौड़ी में स्थानीय उत्पादों और मसालों की फैक्ट्री स्थापित की। यहां वह जख्या, मडुवा, झंगोरा, हल्दी, मिर्च, धनिया, मेथी जैसे स्थानीय उत्पादों और मसालों को ग्रामीणों से खरीदकर उनकी अच्छी पैकिंग कर बेचते हैं।
पंकज नेगी ने बताया कि वे पहले दिल्ली में नौकरी करते थे। इसके बाद उन्होंने दिल्ली की नौकरी छोड़ घर वापसी की। वह पहाड़ में रहकर कुछ करना चाहते थे। घर वापस आकर उन्होंने गांवों से मसाले और पहाड़ी उत्पादों को इकट्ठा करना शुरू किया। धीरे-धीरे उन्होंने एक छोटी सी फैक्ट्री लगाई, जहां वे इन मसलों को बनाकर एवर टेस्ट नाम से उनकी पैकेजिंग कर उन्हें बाजार में बेचते हैं। पंकज बताते हैं कि उन्होंने धीरे-धीरे बाज़ार और स्थानीय दुकानों में मसालों को बेचना शुरू किया। लोगों को उनके मसालों का स्वाद और गुणवत्ता पसंद आने लगी।
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बाज़ार से मांग बढ़ने के बाद उनका काम भी बढ़ने लगा। काम बढ़ने के साथ ही उन्होंने अन्य लोगों को रोज़गार देना शुरू किया। वर्तमान में वे 3 से 4 लोगों को रोजगार दे रहे हैं। बाज़ार में अधिकतर मसाले मिलावट वाले मिलते हैं। इसे देखते हुए वे केवल अच्छे और बिना मिलावट वाले ऑर्गेनिक मसाले ही बेचते हैं। इसी कारण उनके मसालों की बाज़ार में मांग बढ़ी है। उनके मसालों की सप्लाई पूरे पौड़ी जनपद में है। वे स्थानीय उत्पादों को भी बढ़ावा देने के लिए उनकी अच्छी पैकेजिंग कर उन्हें भी लोगों तक पहुंचा रहे हैं। उनकी मासिक बिक्री लगभग 3 लाख रुपये तक हो जाती है।
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