रुड़की के आदर्शनगर स्थित आबादी क्षेत्र से रोडवेज बसों और अन्य भारी वाहनों के आवागमन के विरोध में स्कूल के छात्र-छात्राओं ने बसों के आगे खड़े होकर प्रदर्शन किया। साथ ही नारेबाजी भी की। बता दें, रुड़की-हरिद्वार हाईवे स्थित सोलानी नदी पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण भारी वाहनों का आवागमन बंद किया गया है। वहीं, इस पुल के बंद होने के कारण स्कूल बसों को काफी घूमकर आना-जाना पड़ता था। इस समस्या को देखते हुए आदर्शनगर में रपटे का निर्माण किया गया, लेकिन अब इस रपटे से स्कूल बसों के अलावा रोडवेज बसें प्रतिदिन आबादी क्षेत्र से होकर निकलती हैं। वहीं, कांग्रेस से लेकर क्षेत्रवासी तक भारी वाहनों का कॉलोनी में चलने का विरोध कर चुके हैं और डेढ़ साल से बंद पड़े सोलानी नदी पुल के स्थान पर नए पुल के निर्माण की मांग कर रहे हैं।
आदर्शनगर में स्कूल के छात्र-छात्राओं ने रोडवेज बसों के आगे खड़े होकर भारी वाहनों के आवागमन का विरोध किया। स्कूल प्रबंधक अशोक चौहान ने कहा कि इस संबंध में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट से लेकर अन्य अधिकारियों तक वार्ता हुई। इसके बाद ट्रकों का आवागमन तो बंद हो गया, लेकिन रोडवेज बसें ऐसे ही दौड़ रही हैं। इन बसों के कारण जहां हजारों बच्चों पर हर समय खतरा मंडराता रहता है, वहीं कई बार अभिभावक भी दुर्घटना का शिकार होने से बच चुके हैं। अगर ऐसे ही बसों का आवागमन जारी रहा तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
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स्कूल प्रधानाचार्य माला चौहान ने बताया कि स्कूल में हजारों बच्चे पढ़ते हैं। उन्हें छोड़ने और लेने अभिभावक आते-जाते हैं। वहीं, इस मार्ग पर रोडवेज बसें और अन्य भारी वाहन चलते हैं, जिससे दुर्घटना का खतरा बना रहता है। मौके पर पहुंचे ट्रैफिक इंस्पेक्टर जगदीश चंद्र पंत के कहने पर स्कूल प्रबंधन ने जाम खत्म किया। टीआई का कहना है इस संबंध में रोडवेज प्रशासन एवं अन्य अधिकारियों से वार्ता की जाएगी, उसके बाद अग्रिम कार्यवाही होगी।
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