Muslim Community Protest: मुस्लिम समाज के लोगों ने महाराष्ट्र में रामगिरी महाराज द्वारा अंतिम ईशदूत पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में सोमवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। देहरादून के परेड ग्राउंड में मुस्लिम समाज ने एक सभा का आयोजन कर आध्यात्मिक गुरु रामगिरि महाराज के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई।
मुस्लिम सेवा संगठन के अध्यक्ष नईम कुरैशी का कहना है कि देश की गंगा जमुना की तहजीब पूरी दुनिया में मशहूर रही है। भारत को यूनिटी एंड डाइवर्सिटी के लिए भी जाना जाता है, लेकिन कुछ लोग अभिव्यक्ति की आजादी का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। पिछले कुछ सालों से हिंदुस्तान के अमन-चैन को खराब करने की कोशिशें की जा रही हैं। तरह-तरह के लोग सामने आकर फ्रीडम ऑफ स्पीच का गलत फायदा उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के शाह पंचाले गांव में एक धार्मिक आयोजन के दौरान आध्यात्मिक गुरु रामगिरी महाराज ने इस्लाम के अंतिम महादूत के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी की। उसके बावजूद महाराष्ट्र सरकार ने इस पर कोई कठोर कार्रवाई नहीं की। इसलिए आज मुस्लिम समाज के लोगों को इकट्ठा होना पड़ा। महाराष्ट्र और केंद्र सरकार को यह संदेश देने की कोशिश की गई कि इस बारे में सोचें अन्यथा भविष्य में भी इस तरह की आवाजें उठती रहेंगी।
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मुस्लिम समाज के लोगों ने एक स्वर में मांग उठाई कि भारत में जितने भी धर्मों के महापुरुष हैं, उन महापुरुषों की इज्जत और हिफाजत के लिए नया और सख्त कानून बनाया जाए, ताकि ऐसे लोगों को कोई आपत्तिजनक बात कहने से पहले कानून का डर हो।
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