Mussoorie Shaheed Sthal: मसूरी शहीद स्थल पर टिनशेड डाले जाने की घोषणा पर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी ने गुरुवार को शहीद स्थल स्मारक समिति और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ शहीद स्थल का निरीक्षण किया। शहीद स्थल स्मारक समिति के सदस्यों ने शहीद स्थल के ऊपर टिनशेड डाले जाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि लोगों का मानना है कि शहीद स्थल के ऊपर टिनशेड ना डाला जाए और शहीद स्थल के साथ लगी हुई नगर पालिका की जमीन पर संग्रहालय बनाया जाए। अधिशासी अधिकारी ने कहा कि उनके द्वारा सभी लोगों की बातों को दर्शाते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र प्रेषित कर मुख्यमंत्री को लोगों की भावनाओं से अवगत कराया जाएगा।
पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला और पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल ने शहीद स्मारक समिति के द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के 2 अगस्त को मसूरी आगमन पर मसूरी शहीद स्थल के सौंदर्यीकरण के साथ उत्तराखंड आंदोलन पर आधारित संग्रहालय बनाए जाने की मांग की थी। वहीं, रोज शहीद स्थल पर उत्तराखंड आंदोलन पर साउंड और लाइट के माध्यम से उत्तराखंड आंदोलन पर आधारित लघु फिल्म प्रदर्शित किए जाने की मांग की गई थी।
पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला और पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय से नगर पालिका प्रशासन को मिले पत्र में शहीद स्थल पर टिनशेड डालने के लिए कहा गया है, जो गलत है। उन्होंने कहा कि शहीद स्थल सड़क से 30 फीट की ऊंचाई पर है, ऐसे में उस पर टिनशेड डालने से उसकी खूबसूरती खराब हो जाएगी। उन्होंने कहा कि शहीद स्थल पर टिनशेड ना डाला जाए। शहीद स्थल का सौंदर्यीकरण करने के साथ ही शहीदों और उत्तराखंड आंदोलन पर आधारित शहीद स्थल के साथ लगी हुई जमीन पर संग्रहालय का निर्माण कराया जाए।
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मसूरी भाजपा के पूर्व अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने कहा कि मसूरी शहीद स्थल से स्मारक समिति और मसूरी के जनमानस की भावनाएं जुड़ी हैं। उन्होंने कहा शहीद स्थल के मूल स्वस्प को संरक्षित कर सौंदर्यीकरण किया जाए। कहा कि शहीद स्थल से लगी हुई पालिका की जमीन पर उत्तराखंड के आंदोलन पर आधारित संग्रहालय का निर्माण कराए जाने को लेकर उनके द्वारा कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को अवगत कराया जाएगा। उनके माध्यम से मुख्यमंत्री से शहीद स्थल के सौंदर्यीकरण और संग्रहालय बनाए जाने की मांग की जाएगी।
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