Mussoorie Nagar Palika : मसूरी नगर पालिका परिषद के कर्मचारी पर एफआईआर दर्ज करने के साथ ही तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने की मांग को लेकर एक स्थानीय शख्स ने प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि कर्मचारी ने फर्जी शैक्षिक योग्यता प्रमाण-पत्रों के आधार प्रोन्नति प्राप्त की। यही नहीं उसने सरकार और विभाग को गुमराह भी किया।
मसूरी के होटल में लक्ष्मण पुरी लंढौर कैंट निवासी दीपक सक्सेना ने पत्रकार वार्ता की। उन्होंने कहा कि मसूरी नगर पालिका परिषद के कर्मचारी विनोद कुमार ने फर्जी शैक्षिक योग्यता प्रमाण-पत्रों के आधार प्रोन्नति प्राप्त की। इसकी पूर्व में शिकायत पर शहरी विकास द्वारा दो टीमें गठित कर जांच करवाई गई। इसमें यह साबित हो गया कि विनोद कुमार ने फर्जी शैक्षिक योग्यता प्रमाण-पत्रों के आधार प्रोन्नति प्राप्त की। जांच के बाद निदेशक नगर विकास द्वारा विनोद कुमार कार्मिक नगर पालिका परिषद मसूरी को पदावनित कर उनके द्वारा अधिक आहरित वेतन की वसूली की गई।
उन्होंने कहा कि विनोद कुमार द्वारा नगर पालिका परिषद मसूरी के अधिकारियों के साथ मिलकर षडयन्त्र कर आपराधिक कार्य किया गया, लेकिन आज तक विनोद कुमार के विरूद्ध कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। इस सम्बन्ध में प्रधानमंत्री कार्यालय को भी शिकायत पत्र दिया गया। उस पर उत्तराखंड शासन द्वारा उक्त प्रकरण में विनोद कुमार के खिलाफ विधिक कार्रवाई किए जाने को लेकर मसूरी नगर पालिका परिषद के प्रशासक को निर्देशित किया गया। कहा कि पालिका प्रशासक एसडीएम मसूरी द्वारा विनोद कुमार के खिलाफ कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है, जबकि विनोद को मसूरी में सफाई नायक के पद पर भेजा गया।
वहीं, अधिकारियों की मिलीभगत और राजनीतिक दबाव के कारण विनोद कुमार को टैक्स सुपरिटेंडेंट के साथ अटैच कर अतिक्रमण प्रभारी बनाया गया है। विनोद कुमार को नगर पालिका परिषद मसूरी में बिना कार्य क्षेत्र आवंटित किए मात्र कार्यालय में उपस्थिति दर्ज कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो वह न्यायालय की शरण लेने के लिए मजबूर होंगे।