Mussoorie Martyr Place : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के बाद मसूरी शहीद स्थल के सौंदर्यीकरण को लेकर उत्तराखंड सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को शहीद स्थल का निरीक्षण किया। इस मौके पर शहीद परिवार के सदस्य और राज्य आंदोलनकारी द्वारा शहीद स्थल के स्वरूप को संरक्षित करने के साथ शहीदों पर आधारित संग्रहालय बनाने की मांग की गई। राज्य आंदोलनकारी देवी गोदियाल ने बताया कि पूर्व में कुछ राज्य आंदोलनकारी द्वारा शहीद स्थल पर टीनशेड डालने की मांग की गई थी, लेकिन कई राज्य आंदोलनकारी इसका विरोध कर रहे है।
राज्य आंदोलनकारी देवी गोदियाल ने कहा कि अगर शहीद स्थल पर टीनशेड डाला जाएगा तो शहीद स्थल का स्वरूप खराब हो जाएगा और शहीद स्थल का महत्व समाप्त हो जाएगा। वहीं, मसूरी भाजपा मंडल के पूर्व अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के बाद शहीद स्थल पर टीनशेड डालने के साथ ही सौंदर्यीकरण करने को लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने मसूरी शहीद स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियों, राज्य आंदोलनकारी और शहीदों के परिवार के सदस्यों के साथ विचार-विमर्श किया गया है, जिससे कि उनके सुझाव को ध्यान में रखकर शहीद स्थल को लेकर प्रस्ताव तैयार कर सके। उन्होने कहा कि मसूरी का शहीद स्थल लोगों की आस्था का केंद्र है। यहां पर उत्तराखंड निर्माण को लेकर 6 लोगों ने अपने प्राणो की आहुति दी थी।
मसूरी भाजपा मंडल के पूर्व अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने कहा कि शहीद स्थल को मंदिर के रूप में स्थापित किया जाना चाहिए। वहां पर खाने-पीने का सामान ले जाने पर प्रतिबंधित लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहीद स्थल पर बड़ा बोर्ड स्थापित किया जाना चाहिए। कहा कि वह शहीद स्थल के साथ ही पालिका की भूमि है, जिस पर उत्तराखंड के आंदोलन के इतिहास और शहीदों पर आधारित संग्रहालय का निर्माण किया जाना चाहिए। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता आरएस गुसाई ने बताया कि मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत उनके द्वारा अधिकारियों के साथ शहीद स्थल का निरीक्षण किया गया है।
उन्होंने बताया कि शहीद स्थल के सौंदर्यीकरण और उसको टीनशेड से कवर किया जाना है। इसको लेकर उत्तराखंड संघर्ष समिति, राज्य आंदोलनकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से सुझाव लिए गए हैं। इसके अनुरूप ही शहीद स्थल को लेकर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संग्रहालय को लेकर चिह्नित जगह नगर पालिका की है, जिसका उनके विभाग द्वारा परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद संग्रहालय को लेकर कार्य योजना बनाई जाएगी। इस मौके पर पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, भगवान सिंह धनाई, अरविंद सेमवाल, सतीश ढौंडियाल, रजत अग्रवाल मौजूद रहे।