Monsoon in Uttarakhand : उत्तराखंड में मानसून ने दस्तक दे दी है। पिछले 24 घंटे में हुई बरसात के चलते नदियों में भारी मात्रा में पानी भी आया है। पहाड़ों में बरसात के चलते कुमाऊं की सबसे बड़ी गौला नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है। नदी का पानी ग्रामीण क्षेत्र की ओर अपना रुख कर रहा है, जिसको देखते हुए प्रभागीय वनाधिकारी तराई पूर्वी वन प्रभाग हिमांशु बागड़ी ने नदी के भू-कटाव वाले क्षेत्र का दौरा कर अधिकारियों को निर्देश दिए।
डीएफओ हिमांशु बागड़ी ने बताया कि पिछले कई सालों से गौला नदी ग्रामीण क्षेत्र की ओर अपना रुख कर रही है, जिसको देखते हुए नदी को चैनेलाइज करना जरूरी है, जिससे कि नदी के पानी का बहाव ग्रामीण क्षेत्रों में न पहुंचे। उन्होंने कहा कि इसके लिए तत्काल कार्य के लिए प्रस्ताव बनाकर जिलाधिकारी को भेजा जा रहा है, जिससे कि समय रहते नदी को चैनेलाइज किया जा सके। कहा कि जिला योजना के अंतर्गत इस कार्य को किया जाएगा। डीएफओ ने कहा कि गौला नदी में तटबंध और चैनेलाइज के लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया है। शासन से बजट मिलते ही बड़े स्तर पर चैनेलाइज और भू कटाव वाले क्षेत्र में तटबंध बनाए जाने का काम किया जाएगा। इसके अलावा किन-किन क्षेत्रों में भू कटाव की संभावना है, उसके लिए ड्रोन सर्वे भी किया गया है।
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पिछले साल आई भारी बरसात के चलते गौला नदी बिंदुखाता क्षेत्र के कई ग्रामीण इलाकों को नुकसान पहुंचा था, जहां किसानों के घर और फसल को नदी अपने बहाव के साथ ले गई थी। आज भी वहां के लोग आपदा का दंश झेल रहे हैं। लालकुआं विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने भी वन विभाग से नदी में चैनेलाइज करने की मांग उठाई है।
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