Loksabha Election 2024 : उत्तराखंड से इस बार मोदी कैबिनेट में अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा को जगह दी गई है। इससे पहले 2019 में मोदी सरकार में नैनीताल लोकसभा सीट से सांसद अजय भट्ट को केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री बनाया गया था। अजय भट्ट बुधवार को हल्द्वानी पहुंचने। हल्द्वानी पहुंचने पर अजय भट्ट को मीडिया ने घेर लिया। मीडिया ने उनसे पूछा कि उन्हें इस बार मंत्री नहीं बनाया गया। इस पर अजय भट्ट ने कहा कि वह पार्टी के सिपाही हैं और सिपाही को जिस भी मोर्चे पर भेजा जाता है, उसे वह करना होता है।
सांसद अजय भट्ट ने कहा कि उनसे पहले कोई और मंत्री था, उसके बाद उन्हें बनाया गया। अब उनके बाद किसी और को बनाया गया है। यह तो हमारी पार्टी की रीति-नीति है। उन्होंने कहा कि अब वे सांसद बनकर दिन-रात जनता की सेवा कर रहे हैं और यह सिलसिला लगातार जारी रहेगा।
मोदी कैबिनेट में उत्तराखंड के अजय कुमार टम्टा को सड़क परिवहन राज्यमंत्री बनाया गया है। इससे पहले साल 2014 की मोदी सरकार में अजय टम्टा को कपड़ा राज्यमंत्री बनाया गया था। अजय टम्टा की साफ और बेदाग छवि उन्हें दूसरे नेताओं से अलग करती है। यही वजह है कि केंद्र की मोदी सरकार में अजय टम्टा को एक बार फिर से जगह मिली है।
नितिन गडकरी को करेंगे रिपोर्ट
अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ संसदीय क्षेत्र से सांसद अजय टम्टा के साथ ही दिल्ली से सांसद चुने गए हर्ष मल्होत्रा को भी सड़क परिवहन राज्यमंत्री की जिम्मेदारी दी गई है। ये दोनों ही मंत्री नितिन गडकरी को रिपोर्ट करेंगे। मोदी कैबिनेट 3.0 में नितिन गडकरी को फिर से सड़क परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है।
अजय टम्टा का राजनीतिक करियर
अजय टम्टा ने सिर्फ 23 वर्ष की उम्र में राजनीति में कदम रखा था। लोकसभा चुनाव 2024 में जीत दर्ज कर वह अल्मोड़ा संसदीय सीट पर हैट्रिक लगाने वाले चौथे नेता बने हैं। इससे पहले यह रिकार्ड कांग्रेस के जंग बहादुर बिष्ट, पूर्व सीएम हरीश रावत और भाजपा के बची सिंह रावत के नाम दर्ज था। लोकसभा चुनाव में अजय की लगातार तीसरी जीत ने उनका कद बढ़ाने का काम किया है।
अजय टम्टा ने अब तक के राजनीतिक जीवन में 9 बार चुनाव लड़ा और छह में जीत दर्ज की। वर्ष 1996 में जिला पंचायत सदस्य के रूप में उनकी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत हुई। इसी वर्ष वह जिला पंचायत उपाध्यक्ष भी चुने गए। वर्ष 1999 से 2000 तक जिला पंचायत अध्यक्ष रहे और तब उन्होंने सबसे कम उम्र का जिला पंचायत अध्यक्ष बनने का रिकार्ड बनाया। 2002 में सोमेश्वर सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पहला विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें जीत नहीं मिली।
अजय टम्टा ने 2007 में भाजपा के टिकट पर फिर से विधानसभा का चुनाव लड़ा और देहरादून पहुंचे। 2009 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन इसमें भी उन्हें जीत हासिल नहीं हुई। 2012 में सोमेश्वर सीट से ही विधानसभा तक का सफर तय किया। पार्टी ने वर्ष 2014 में उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए मैदान में उतारा और उन्होंने जीत दर्ज की। 2019 के लोकसभा चुनाव में रिकार्ड मतों से लगातार दूरी जीत दर्ज की। 2024 के चुनाव में उन्होंने इस सीट पर जीत की हैट्रिक लगाई।
2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदीप टम्टा को हराया
लोकसभा चुनाव 2024 में अजय टम्टा ने कांग्रेस के प्रदीप टम्टा को हराया और तीसरी बार अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ संसदीय क्षेत्र से सांसद बनकर उत्तराखंड का मान बढ़ाया।