उत्तराखंड में गुरुवार को एक महिला की बहादुरी के चर्चे हो रहे हैं। वह अपनी जान बचाने के लिए तेंदुए से भिड़ गई। कुछ देर तक संघर्ष करने के बाद महिला ने किसी तरह अपनी जान बचाई। महिला की आवाज सुनकर ग्रामीण दौड़ पड़े और मौके पर पहुंचे। ग्रामीण के पहुंचने पर तेंदुआ वहां से भाग गया। यह घटना महिला के घर से कुछ दूरी पर हुई। घायल महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अल्मोड़ा में गुरुवार सुबह पोखरी गांव की रहने वाली भागुली देवी घर से लगभग 100 मीटर की दूरी पर गाय चरा रही थी। तभी घात लगाए बैठे तेंदुए ने महिला पर हमला कर दिया। महिला भी बहादुरी दिखाते हुए तेंदुए से भिड़ गई। कुछ देर चले संघर्ष के बाद महिला ने अपनी जान बचाई। इस संघर्ष में महिला घायल हो गई। महिला की आवाज की सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे। भीड़ देखकर वहां से तेंदुआ भाग गया। इसके बाद ग्रमीणों और महिला के परिजनों ने उसको जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जिला अस्पताल में डॉक्टर ने बताया कि तेंदुए के हमले से महिला के शरीर पर कई घाव हो गए हैं। महिला खतरे से बाहर है। दिनदहाड़े महिला के ऊपर हुए तेंदुए के हमले से ग्रामीणों में दहशत है।
बता दें, उत्तराखंड में अक्सर वन्य जीव जंगल से निकल कर आबादी वाले इलाके में पहंच जाते हैं। ऐसे में आबादी में रहने वाले लोग इनको देखकर सहम जाते हैं। इनसे बचने के लिए लोग घरों में कैद हो जाते हैं, या कही छिप जाते हैं। अभी एक दो दिन पहले हल्द्वानी में लाल कुआं क्षेत्र में एक भालू रात में आबादी वाले क्षेत्र में पहुंच गया। इससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। लोगों में दहशत फैल गई। इसके बाद लोगों ने वन विभाग को सूचना दी।