Landslide in Thal Town: जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ को जाने वाली सबसे सुगम सड़क थल कस्बे के पास नागीमल मंदिर वाली पहाड़ी के दरकने पर बड़े-बड़े बोल्डर गिरने से बंद हो गई। वहीं, नीचे रामगंगा के कटाव से सड़क का 100 मीटर हिस्सा धंसकर नदी में समाने के कगार पर है। सड़क पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं।
थल कस्बे से पांच सौ मीटर दूर सड़क पर पिछले एक सप्ताह से दरारें आने से खोखली हो गई थी। बुधवार सुबह की बारिश के बाद आई तेज धूप से जहां पहाड़ी दरकने से सड़क पर बड़े-बड़े पत्थर के बोल्डर लगातार गिर रहे हैं, वहीं सड़क का पूरा हिस्सा धंस चुका है, जो कभी भी नदी में समा सकता है। सड़क की खतरनाक स्थिति की आशंका पर मौके पर पहुंचे थल तहसील के तहसीलदार दमन शेखर राणा ने इस सड़क पर आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया।
पहाड़ी से जिस तरह से लगातार पत्थर गिर रहे हैं और नीचे से सड़क का सौ मीटर हिस्सा नदी में समाने की स्थिति में होने से अभी सड़क के खुलने के आसार नहीं लग रहे हैं। सड़क पर नाली नहीं होने से बरसात के दिनों में पहाड़ी से आ रहे पानी के तेज बहाव से सड़क धंसने का मुख्य कारण माना जा रहा है। आने वाले एक सप्ताह तक मार्ग खुलने की उम्मीद नहीं दिख रही है।
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बारिश के कारण मलवा और पत्थर गिर रहे
उत्तरकाशी में तांबाखाणी ने रूद्र रूप अपना लिया है। गुफियारा के पास बारिश के कारण मलवा और पत्थर लगातार गिर रहे हैं। फिलहाल किसी प्रकार की जन-धन की हानि नहीं हुई है। उक्त क्षेत्र में रहने वाले परिवारों को पहले ही धर्मशाला और उनके परिजनों के यहां भेजा गया है। अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी भटवाड़ी और आपदा प्रबंधन अधिकारी कंट्रोल रूम में उपस्थित रहते हुए भूस्खलन की निगरानी कर रहे हैं। लोगों को सचेत किया जा रहा है। नगर पालिका, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीम अलर्ट है।
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