Kedarnath Dham : केदारनाथ धाम पहुंचे राज्य सूचना आयोग के सचिव के सामने गुरुवार को तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय व्यापरियों ने पुनर्निर्माण कार्यों और कार्यों की गुणवत्ता संबंधित समस्याएं उठाईं। राज्य सूचना आयोग सचिव अरविंद पांडे और उप जिलाधिकारी ऊखीमठ ने तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय व्यापरियों की समस्याएं सुनकर शासन को प्रेषित कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
केदारनाथ धाम पहुंचे राज्य सूचना आयोग के सचिव अरविंद पांडे ने बाबा केदारनाथ का रुद्राभिषेक कर बाबा की विशेष पूजा-अर्चना की। उन्होंने बाबा केदारनाथ से विश्व एवं जन कल्याण की कामना की। इस दौरान उन्होंने केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण और विकास कार्यों की समीक्षा भी की। भ्रमण के दौरान तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय व्यापरियों ने उनके सम्मुख केदारपुरी में चल रहे निर्माण एवं पुनर्निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए अपनी समस्याएं रखीं। दोनों अधिकारियों ने पुरोहितों और स्थानीय व्यापरियों से बात कर उनकी सभी समस्याओं और मांगों को सुना। उप जिलाधिकारी ऊखीमठ ने बताया कि सौहार्दपूर्ण वार्ता के बाद उनकी मांगों से उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया गया।
बता दें, केदारनाथ धाम पहुंचे राज्य सूचना आयोग के सचिव को बुधवार को तीर्थ पुरोहितों और व्यापारियों ने बंधक बना लिया था। इस दौरान तीर्थ पुरोहितों ने आक्रोश जताते हुए नारेबाजी भी की थी। सचिव को बंधक बनाने की सूचना मिलते ही एसडीएम ऊखीमठ मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने तार्थ पुरोहितों और व्यापारियों को समझाकर सचिव को उनके बंधन से मुक्त कराया था।
वर्ष 2024 की केदारनाथ धाम यात्रा शुरू होने से पूर्व धाम में तीर्थ पुरोहितों के भवनों को बिना आपसी सहमति के तोड़ा गया। साथ ही मंदिर मार्ग पर बड़ी-बड़ी नालियां बनाने के दौरान तीर्थ पुरोहितों की अस्थायी दुकानों को भी गिराया गया। जिस समय भवनों को तोड़ा गया था, उस समय अरविन्द पांडेय शासन में अपर सचिव थे और वे धाम में भवनों को तुड़वाने का काम कर रहे थे। बुधवार सुबह सचिव अरविन्द पांडेय के केदारनाथ धाम पहुंचने पर आक्रोशित तीर्थ पुरोहितों ने उन्हें मंदिर समिति के आवास पर बंधक बना लिया था और उनसे भवन तुड़वाने को लेकर आदेश पत्र दिखाने की मांग की थी। करीब ढाई घंटे तक तीर्थ पुरोहितों ने राज्य सूचना आयोग के सचिव को बंधक बनाए रखा था।