IAS Sanjay Kumar book Released: मसूरी की पक्षी विविधता पर आईएएस संजय कुमार द्वारा लिखित पुस्तक ‘बर्ड्स इन एंड अराउंड मसूरी’ का उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह ने विमोचन किया। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2002 बैच के अधिकारी संजय कुमार द्वारा लिखित यह पुस्तक मसूरी के सुरम्य शहर में और उसके आसपास पाई जाने वाली समृद्ध पक्षी विविधता का विस्तृत अन्वेषण है।
संजय कुमार की यह पुस्तक पर्यटकों, पक्षी प्रेमियों और क्षेत्र की प्राकृतिक विरासत में रुचि रखने वाले संरक्षणवादियों के लिए एक शैक्षिक संसाधन और मार्गदर्शक दोनों के रूप में काम करेगी। पुस्तक विमोचन के साथ एक पैनल चर्चा भी की गई। इसमें संरक्षण, इतिहास और स्थानीय संस्कृति में विशेषज्ञता रखने वाले वक्ताओं में डॉ. धनंजय मोहन प्रधान मुख्य वन संरक्षक और वन बल प्रमुख उत्तराखंड, संजय कुमार एमडी पीसीएफ उत्तर प्रदेश सरकार, गणेश शैली, प्रसिद्ध लेखक और लोकेश ओहरी, मनोविज्ञान, इतिहासकार और बीटीडीटी (बीन देयर डून दैट) के संस्थापक शामिल रहे।
इन लोगों ने पर्यावरण संरक्षण के साथ बडर्स पर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। वहीं, पहाड़ों से हो रहे पलायन और विकास को लेकर इको टूरिज्म पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार द्वारा होम स्टे योजना के तहत प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों के गांव को विकसित करने के साथ रोजगार के साधन भी उपलब्ध कर रही है। कहा कि विकास को लेकर प्रकृति से छेड़छाड़ ना की जाए। विश्व पर्यटन दिवस की थीम ‘पर्यटन और शांति’ के अनुरूप, पक्षी विविधता, प्रकृति ट्रेल्स और मसूरी की प्राकृतिक विरासत से संबंधित विषयों पर चर्चा की गई।
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि उत्तराखंड प्राकृतिक सुंदरता से भरा हुआ है। संजय कुमार द्वारा लिखित पुस्तिका बर्ड इन एंड अराउंड मसूरी में मसूरी और आसपास के क्षेत्र की करीब डेढ़ सौ विभिन्न प्रजातियों की चिड़ियों का फोटो और विवरण दिया गया है। इसके लिए संजय कुमार ने 22 साल की मेहनत और गहरी खोज की है।
उन्होंने कहा कि विश्व पर्यटन दिवस की थीम शांति है। वह पक्षी शांति का दूत माना जाता है। उन्होंने पूरी दुनिया के लोगों को उत्तराखंड आने का न्योता देते हुए कहा कि उत्तराखंड एक ऐसा राज्य है, जहां पर हिमालय है, नदी है, जंगल है।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड अतिथि देवो भव को लेकर जाना जाता है। उत्तराखंड में ऐतिहासिक मंदिर हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा विश्व पर्यटन दिवस पर उत्तराखंड के चार गांव को सम्मानित किया गया है, जिससे जाहिर होता है कि प्रदेश सरकार रूरल टूरिज्म को प्रमोट कर रही है। वहीं, सरकार उत्तराखंड के गांवों को इंटरनेशनल टूरिस्ट हब बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
आईएएस संजय कुमार ने बताया कि उनके द्वारा लिखित किताब ‘बर्ड्स इन एंड अराउंड मसूरी’ का प्रथम संकरण 2014 में लिखा गया था। 10 साल के बाद पूरा किया गया। उन्होंने कहा कि किताब में मसूरी और आसपास के डेढ़ सौ पक्षियों का पूर्ण विवरण के साथ चित्रण किया गया है। किताब को लिखने में उनको 22 साल का समय लगा है। कहा कि उनकी किताब से मसूरी आने वाले पर्यटकों को युवा पीढ़ी को मसूरी और उसके आस पास पाई जाने बाले पक्षियों और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर जगहों के बारे में जानकारी मिल सकेगी।
उत्तराखंड वन संरक्षण डॉक्टर धनंजय सिंह ने कहा कि संजय कुमार द्वारा बहुत ही खूबसूरत पुस्तक लिखी गई है। मसूरी में देश-विदेश के काफी पर्यटक आते हैं, लेकिन उनको मसूरी और आसपास के क्षेत्र में पाए जाने वाले पक्षियों और आसपास के क्षेत्र के बारे में जानकारी नहीं मिल पाती है।
संजय कुमार द्वारा लिखित पुस्तक से मसूरी और आसपास के क्षेत्र में प्रकृति के छिपे हुए खजाने के बारे में विस्तृत जानकारी मिल पाएगी। पर्यटकों का रुझान बर्ड वाचिंग और आसपास के प्राकृतिक सौंदर्य के ऊपर भी जाएगा और मसूरी और आसपास का क्षेत्र पक्षी आधारित पर्यटन की ओर बढ़ेगा।
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उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय बर्ड फेस्टिवल अक्दूबर में मसूरी के विनोग सेंचुरी में आयोजित किया जाएगा। इसमें देश-विदेश के पर्यटकों के साथ आसपास के लोग भी शिरकत करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इको टूरिज्म की ओर कदम बढ़ा रही है। इसके तहत उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों को विकसित करने के साथ होम स्टे योजना के माध्यम से लोगों को रोजगार के साधन भी उपलब्ध करा रही है।
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