Homestay License Renewal : मसूरी में होमस्टे के लाइसेंस रिन्यू नहीं होने से संचालकों में रोष है। रिन्युअल न होने से संचालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें, मसूरी में पर्यटन सीजन शुरू हो चुका है और ऐसे में मसूरी के बड़े होटलों के दाम भी दो से तीन गुना बढ़ चुके हैं। वहीं, कम दामों में होमस्टे में ही पर्यटकों को कमरे उपलब्ध हो पाते हैं, लेकिन पर्यटन विभाग की लापरवाही के कारण होमस्टे के लाइसेंस रिन्यू नहीं हो रहे हैं और न ही नये लाइसेंस बन पा रहे हैं। इसका मसूरी होमस्टे एसोसिएशन द्वारा कड़ा विरोध किया जा रहा है।
मसूरी होमस्टे एसोसिएशन अध्यक्ष देवी गोदियाल ने कहा कि मसूरी में लगभग 200 होमस्टे हैं। इसमें से 100 से अधिक होमस्टे के लाइसेंस रिन्यू नहीं हो पाए हैं, जबकि कई लोगों के नए लाइसेंस भी नहीं बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह पर्यटन विभाग के लगातार चक्कर काट रहे हैं, लेकिन पर्यटन विभाग के अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। अधिकारी न तो उनके लाइसेंस रिन्यू कर रहे हैं और न ही नए लाइसेंस बना रहे हैं, जिससे होमस्टेट के संचालकों में रोष है।
मसूरी होमस्टे एसोसिएशन के अध्यक्ष देवी गोदियाल, देवचंद कुमाई और महिपाल पवार ने कहा कि मसूरी में लगभग 200 से अधिक होमस्टे हैं। इसमें से कई होमस्टे के लाइसेंस की वैधता खत्म हो चुकी है। होमस्टे संचालकों द्वारा लगातार पर्यटन विभाग से लाइसेंस रिन्यू करने की गुहार लगाई जा रही है, लेकिन अधिकारी नहीं कर रहे हैं। वहीं, कई होमस्टे के लाइसेंस भी नहीं बन पा रहे हैं। कहा कि प्रदेश की पुष्कर सिंह धामी की सरकार और स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड में होमस्टे योजनाओं को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं, जबकि सरकार की मंशा थी कि होमस्टे योजना से लोगों को रोजगार से जोड़ा जाए। वहीं, पहाड़ों से हो रहे पलायन पर भी अंकुश लग सके, लेकिन पर्यटन विभाग के अधिकारी इस योजना पर पलीता लगा रहे हैं।
देवी गोदियाल ने कहा कि कई बाहरी लोग मसूरी और आसपास के क्षेत्र में होमस्टे योजना का गलत लाभ उठा रहे हैं, जिनका काम पर्यटन विभाग बड़ी आसानी से कर रहा है। कहा कि होमस्टे के लाइसेंस रिन्यू न होने के कारण रोजी-रोटी का संकट मंडराने लगा है। लाइसेंस रिन्यू नहीं हो पाएंगे तो वह अपना होमस्टे का संचालन कैसे कर पाएंगे। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि तत्काल मसूरी और आसपास के क्षेत्र में सभी होमस्टे का लाइसेंस रिन्यू किया जाए। साथ ही नए लाइसेंस बनाए जाएं। वहीं, होमस्टे योजना के तहत मिलने वाले लाभ का भी उनको फायदा दिलाया जाए, जिससे कि वह होमस्टे को अच्छी तरीके से चला सकें और देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधा दे सकें। वहीं, इस संबध में पर्यटन विभाग के अधिकारी बात करने को तैयार नहीं हैं।