Heavy Rain in Uttarakhand: पौड़ी जिले के थलीसैंण बैजरो क्षेत्र में डडोली पुल मानसून सीजन में बड़ी घटना का कारण बन सकता है। यहां उफान में बह रही नदी के कारण भू-कटाव से पुल का एक पिलर क्षतिग्रस्त हो चुका है। इस पर आवाजाही अब किसी खतरे से कम नहीं है। बैजरो बुंगीधार नागचुलाखाल मोटर मार्ग पर बना पुल कई ग्रामीण क्षेत्रों को थलीसैंण ब्लॉक से जोड़ता है।
डीएम गढ़वाल डॉ आशीष चौहान ने कहा कि जल्द ही पुल की हालत सुधारने के निर्देश लोक निर्माण विभाग को दिए गए हैं। वहीं, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता पीएस बृजवाल ने बताया कि थलीसैंण क्षेत्र में हुई भारी बारिश के चलते पुल का नीचे का हिस्सा धीमे-धीमे खोखला होने लगा है। इसकी मरम्मत को लेकर निर्माण सामग्री भी मौके पर रखी गई है, लेकिन भारी बारिश के चलते काम करना संभव नहीं है। जैसे ही बारिश कम होती है, तुरंत सुरक्षा की दृष्टि से इसका निर्माण कार्य शुरू करवाया जाएगा।
लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता पीएस बृजवाल ने बताया कि उनकी टीम ने मौके पर जाकर पुल का निरीक्षण कर लिया है। पुल की हालत सामान्य है। निचला हिस्सा खोखला होने के चलते लोगों को आवाजाही में डर लग रहा है, लेकिन बारिश बंद होते ही इसके निर्माण को शुरू कर लिया जाएगा। वहीं, जनपद में हो रही भारी बारिश के कारण 20 मोटर मार्गों पर अभी भी आवाजाही बंद है। जेसीबी के माध्यम से मोटर मार्गों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, थलीसैंड बुंगीधार SH 52 को 17 अगस्त तक खोल दिया जाएगा।
लगातार हो रही बारिश के कारण रुद्रपुर की कई बस्तियों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। इस कारण लोगों के सामने जानमाल का संकट पैदा हो गया है। एसडीआरएफ की टीम अभी तक 40 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा चुकी है। वहीं, जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए कई स्थान पर राहत कैंप बनाए हैं।
मंगलवार रात से हो रही बारिश के कारण रुद्रपुर की संजय नगर, खेड़ा, तीन पानी डाम, आजाद नगर, शक्ति बिहार, जगतपुरा सहित कई बस्तियों में भयावह स्थिति हो गई है। 8-8 फीट तक पानी आने के कारण लोगों को घरों की छतों पर शरण लेनी पड़ी है। जगतपुरा सहित कई बस्तियों में फंसे लोगों को निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीम जुट गई है।
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एसडीआरएफ अभी तक 40 से अधिक लोगों को पानी से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा चुकी है। वहीं, प्रशासन ने प्रभावित लोगों के रुकने और खाने पीने के लिए बालिका विद्या मंदिर, राजकीय प्राथमिक विद्यालय जगतपुरा और भंडारी कॉन्वेंट स्कूल में अस्थायी कैंप बनाए हैं। 250 से ज्यादा लोग इन कैंपों में शरण लिए हुए हैं। दूसरी तरफ विधायक शिव अरोरा ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को पीड़ित लोगों के रहने और खाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
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