Haldwani Crime : हल्द्वानी में पुलिस ने जेबकतरों के गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस क्षेत्राधिकारी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि शहर में पिछले काफी दिनों से जेब काटने की घटनाएं सामने आ रही थीं। इसके बाद पुलिस ने कई जेब कतरों को दबोचा है। पुलिस पकड़े गए आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी नितिन लोहनी ने बताया कि शहर के आदर्शनगर तल्ली बमौरी निवासी मुकेश कुमार सक्सेना की जेब पर जेबकतरों ने कालू सिद्ध बाबा के मंदिर के पास हाथ साफ कर दिया। वहीं, पुलिस ने तुरंत एफटीआई बाईपास के पास से 4 लोगों को पकड़ लिया। इन चोरों के पास से पुलिस को चोरी किया गया पर्स मिला। पर्स में 8000 रुपये सहित आधार कार्ड और पैन कार्ड बरामद हुआ।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि पूर्व में मेरठ, मुजफ्फरनगर के आस-पास बसों में व भीड-भाड़ वाले स्थानों पर पॉकेटमारी की घटनाओं को अंजाम देते आए हैं। इनके कारनामे का जब पुलिस को पता चल तो इन्होंने उत्तराखंड को अपना नया अड्डा बना लिया। आरोपियों ने बताया कि यह लोग घटना को अंजाम देने से पहले रुद्रपुर आदि क्षेत्र में रुकते हैं और फिर वहां से पहाड़ को आने वाली बसों में यात्री बनकर अलग-अलग सीटों पर बैठ जाते हैं। इसके बाद बस में किसी यात्री को चिह्नित कर लेते हैं। जैसे ही वह यात्री बस से उतरने लगता है तो चारों उसके आगे पीछे खड़े होकर उसको उलझा देते हैं। इस दौरान गिरोह का मुखिया अरशद पुत्र जमील अहमद यात्री की जेब से पर्स पार कर लेता है। पर्स पार करने के बाद पैसों को आपस में बांट लेते हैं।
आरोपियों ने बताया कि गिरोह का खर्चा अरशद ही उठाता है। इन लोगों ने कबूला कि अक्सर लोग जेब काटे जाने की शिकायत पुलिस से नहीं करते हैं। इसी वजह से इन लोगों के बारे में पुलिस को पता नहीं चलता और इनका काम आसान हो जाता है। बता दें, इनमें से तीन आरोपी अरशद, शकील और अरशद पुत्र बाबू मेरठ का रहने वाला है, जबकि फैजल मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। यह लोग गिरोह बनाकर जेब काटने का काम करते हैं।