Guldar terror in Uttarakhand : टिहरी के घनसाली में आंतक का सबब बने गुलदार को आखिर पकड़ने और अंत में मारने का आदेश जारी हो चुका है। इस आदेश से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। बता दें, 22 जुलाई को घनसाली के भौड़ गांव में गुलदार ने एक 9 वर्षीय बच्ची को अपना शिकार बनाया था। इसके बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल था। ग्रामीण क्षेत्र में गुलदार को मारने की मांग कर रहे थे। वहीं, डीएफओ मौके पर पहुंचे थे और परिजनों को आर्थिक मदद के तौर पर 4 लाख रुपये का चेक दिया था। इसके उन्होंने टीम गठित की थी। क्षेत्र में बढ़ते गुलदार की दहशत के चलते पिंजड़ा और कैमरा लगा दिया गया है।
जनपद में लोग जंगली जानवरों के साए में जीने को मजबूर हैं। आए दिन गुलदार के दिखाई देने और गुलदार द्वारा मवेशियों को अपना शिकार बनाने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। जनपद के प्रतापनगर, देवप्रयाग और घनसाली में गुलदार दिखाई देने और गुलदार के हमले की खबरें सामने आई हैं। बीते जून में प्रतापनगर के मुखमाल गांव के नजदीक खेतों में काम कर रही एक महिला पर गुलदार ने हमला किया था, लेकिन आसपास मौजूद महिलाओं के शोर मचाने पर गुलदार भाग गया और महिला की जान बच गई।
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देवप्रयाग में 18 जुलाई को क्रिकेट खेल कर घर लौट रहे महड गांव निवासी 17 वर्षीय किशोर को भी गुलदार ने अपना निवाला बनाया था। अब घनसाली के भौड गांव में बीते सोमवार को रूकम सिंह की 9 वर्षीय बालिका पूनम जो स्कूल से आने के बाद घर के आंगन में अकेले खेल रही थी। उसके तीन अन्य भाई-बहन भी घर के अंदर थे। बच्ची की मां उषा देवी शिवालय में जलाभिषेक करने गई हुई थी, इसी दौरान गुलदार ने मासूम बच्ची पर हमला कर दिया और झाड़ियों की तरफ ले गया। बता दें, 5 दिनों के अंदर जनपद में गुलजार के हमले में दो बच्चों ने अपनी जान गंवाई है।
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