Ganesh Chaturthi 2024: आज पूरे देश में गणेश चतुर्थी बड़े ही धूमधाम से मनाई जा रही है। वहीं, धर्मनगरी हरिद्वार में भी गणेश चतुर्थी के दिन जगह-जगह गणपति बप्पा की स्थापना की गई। हर साल अलग थीम से गणपति बप्पा की स्थापना करने वाले श्री महामाया गणपति संगठन ने भी आज गीता भवन में गणपति की स्थापना की। इस दौरान उन्होंने क्लाइमेट चेंज थीम पर पंडाल सजाया, जिसकी सराहना हर कोई कर रहा है।
श्री महामाया गणपति संगठन के संरक्षक पंडित देवेंद्र कृष्ण आचार्य ने बताया कि हर साल श्री महामाया गणपति संगठन अलग-अलग थीम के माध्यम से समाज को एक संदेश देने का कार्य करता है। इस बार पर्यावरण से संबंधी थीम रखी गई है। इसमें क्लाइमेट चेंज को दर्शाया गया है।
गणपति बप्पा की स्थापना के दौरान पहुंचे अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी ने गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज पूरे देश में गणेश चतुर्थी बड़े धूमधाम से मनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि माना जाता है कि आज के दिन ही भगवान श्री गणेश का जन्म हुआ था। ऐसे में भगवान गणेश की पूजा कर 10 दिन उन्हें लोग अपने घरों में विराजते हैं और उनसे प्रार्थना करते हैं कि वह उनके विघ्न हरे और रिद्धि सिद्धि प्रदान करें।
महंत रविंद्र पुरी ने पर्यावरण की थीम पर कहा कि आज के समय में पर्यावरण पर कार्य करना भी बहुत जरूरी है। यदि पर्यावरण सुरक्षित रहेगा, तभी हम सुरक्षित रहेंगे, क्योंकि जिस तरह से क्लाइमेट में चेंज आ रहा है, इससे साफ दिख रहा है कि प्रकृति में कई बदलाव हुए हैं। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाना भी अति आवश्यक है।
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हरिद्वार के डीएफओ वैभव सिंह ने कहा कि धर्म के माध्यम से प्रकृति की रक्षा करने का संदेश इस बार श्री महामाया गणपति संगठन ने देने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि धर्म के माध्यम से लोग पर्यावरण के प्रति जागरूक भी होंगे और वन की रक्षा करेंगे। साथ ही अपने आसपास के क्षेत्र में पेड़ पौधे भी लगाएंगे।
पौड़ी में गणेश उत्सव की हुई शुरुआत
पौड़ी शहर के लोअर बाजार में गणपति की प्रतिमा की स्थापना के साथ 10 दिवसीय गणेश उत्सव शुरू हो गया है। पौड़ी शहर के सिविल लाइन से आज इसका शुभारंभ किया गया। इस महोत्सव में पौड़ी शहर के स्थानीय लोगों के साथ-साथ व्यापारी भी शामिल हुए।
व्यापारी संजय वर्मा ने बताया कि गणेश उत्सव में प्रति दिन सुबह और शाम की आरती विशेष आकर्षण का केंद्र होती है। इसके अलावा महिला संगीत और धार्मिक भजनों का कार्यक्रम यहां दिनभर चलता है। इससे पूरा माहौल आध्यात्म से भरपूर होता है। वहीं, 17 सितंबर को गणेश महोत्सव के अंतिम दिन सुबह बाजार में गजानन महाराज की शोभायात्रा निकलेगी। इसके बाद शहरवासी मूर्ति को लेकर देवप्रयाग प्रस्थान करेंगे। गंगा और अलकनंदा के संगम पर मूर्ति का विसर्जन किया जाएगा।
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केदारनाथ धाम में धूमधाम से मनाया गया गणेश चतुर्थी का पर्व
केदारनाथ धाम में विघ्नहर्ता गणेश की जन्म जयंती व गणेश चतुर्थी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। श्री केदारनाथ धाम में पंडा पंचायत ने भगवान गणेश की पूजा-अर्चना के बाद स्थापना की। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि आज गणेश चतुर्थी के अवसर पर श्री केदारनाथ धाम मंदिर परिसर में स्थित श्री गणेश मंदिर में पूजा-अर्चना की गई।
मंदिर के द्वार पर स्थित श्री गणेश जी की पूजा-अर्चना की गई। उसके पश्चात श्री केदारनाथ मंदिर परिसर में गणेश भगवान की शोभायात्रा निकाली गई। इसमें तीर्थयात्रियों एवं तीर्थ पुरोहितों ने भी भागीदारी की। इस दौरान मुख्य पुजारी भीम शंकर लिंग सहित वेद पाठियों व तीर्थ पुरोहितों ने पूजा के दौरान समस्त विश्व एवं राज्य के कल्याण की कामना की। वहीं, मंदिर समिति द्वारा पूजा-अर्चना के बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया।