Rishikesh: तीर्थ नगरी के इतिहास में पहली बार किन्नर समाज की कुलदेवी बोचरा माई की शोभायात्रा निकाली गई। पूजा-अर्चना के उपरांत नगर में बैंड बाजों के साथ धूमधाम से शोभा यात्रा निकाली गई। जिसका नगर वासियों ने पुष्प वर्षा कर जोरदार स्वागत किया। इस दौरान किन्नर समाज ने नगर के सभी मंदिरों में घंटियां भी चढ़ाई और नगर वासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। मंगलवार को मानवेंद्र नगर स्थित किन्नर भवन में सुबह किन्नर समाज की कुलदेवी बोचरा माई (मुर्गे वाली) की पूजा-अर्चना की गई। यह कार्य किन्नर समाज की ऋषिकेश गद्दी नशीन रजनी रावत की गुरु मांई रामप्यारी की याद में आयोजित किया गया।
नगर वासियों ने की पुष्प वर्षा
देहरादून में इससे पूर्व सात बार इस तरह के आयोजन हो चुके हैं। तीर्थ नगर ऋषिकेश में यह पहला आयोजन था। रजनी रावत के मार्गदर्शन में विगत नौ मई से कुल देवी बोचरा माई की पूजा-अर्चना की जा रही है, इस दौरान विशाल भगवती जागरण का आयोजन भी किया गया था। जिसके समापन के उपरांत आज नगर में बैंड-बाजों के साथ धूमधाम से मानवेंद्र नगर से त्रिवेणी घाट तक भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। जिसका जगह-जगह नगर वासियों ने पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर श्री श्री 1008 सोनिया नंद गिरी महाराज, रमानायक सहित काफी संख्या में किन्नर समाज के लोग उपस्थित थे।
14 वर्ष तक भगवान राम का इंतजार करते रहे किन्नर
उल्लेखनीय है कि रजनी रावत बागेश्वर, कोटद्वार, ऋषिकेश देहरादून के किन्नर समाज की गद्दी नशीन भी है। उन्होंने बताया कि इस बीच किन्नर समाज का सामाजिक सरोकारों को लेकर सम्मेलन भी आयोजित किया गया था। जिसमें पूरे देश से किन्नर समाज के लोग शामिल हुए। रजनी रावत ने बताया कि जब भगवान राम चंद्र जी को चौदह वर्ष का वनवास हो गया था, उन्हें छोड़ने के लिए किन्नर समाज के लोग भी गए थे। जहां भगवान राम ने सभी नर-नारियों को वापस लौटने के लिए कहा था, परंतु किन्नर समाज के लोगों को कुछ नहीं कहा। जिसके बाद किन्नर समाज के लोग वहीं पर भगवान राम की प्रतीक्षा में खड़े रहे। जब वह लौटे तो किन्नर समाज से पूछा कि वह क्यों नहीं गए, उन्होंने बताया कि आपने सभी लोगों के लिए आदेश किया था, परन्तु उन्होंने किन्नर समाज को कुछ नहीं कहा था, जिसके बाद किन्नर समाज को भगवान राम ने आशीर्वाद दिया कि वह सुख शांति और दुआओं की प्रार्थना करते हुए मंगल गीत गाएंगे। किन्नर समाज सभी की सुख शांति की कामना कर रहा है। यह कार्यक्रम भी इसी निमित्त यहां आयोजित किया गया है।