Spurious Adulterated Spices: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को करवाल नगर में चल रही दो ऐसी मसाला कंपनियों का भंडाफोड़ किया है, जहां पर सड़े हुए चावल, लकड़ी का बुरादा और सड़े हुए नारियलों से मसाला बनाया जा रहा था। क्राइम ब्रांच ने कंपनी से मौके पर 15 टन मिलावटी मसाले और कच्चे माल को जब्त किया है।
मसालों की हो रही जांच
क्राइम ब्रांच के अनुसार, आरोपी मसालों को खारी बावली, लोनी के साथ पूरे दिल्ली एनसीआर और अन्य राज्यों में सप्लाई कर रहे थे। इन मसालों की जांच के लिए फूड सेफ्टी विभाग ने सैंपल ले लिए है और जांच की जा रही है।
मसाला बनाते तीन आरोपी गिरफ्तार
मसाला बनाते हुए तीन आरोपियों को मौके से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की दिलीप सिंह उर्फ बंटी, सरफराज और खुर्शीद मलिक के तौर पर पहचान की गई हैं। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
कैसे हुआ मसाला कंपनियों का भंडाफोड़?
दरअसल, क्राइम ब्रांच को कुछ समय पहले सूचना मिली कि दिल्ली एनसीआर के कुछ व्यापारी अवैध रूप से अलग-अलग ब्रांड्स के मसाले बेच रहे थे। इस पर दिल्ली पुलिस ने इसकी जांच के लिए एक टीम का गठन किया था, जिसमें क्राइम ब्रांच को बड़ी कामयाबी मिली है। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि यह मसाले दिल्ली के लोकप्रिय बाजार सदर और खारी बावली में बेचे जा रहे थे। इन मसालों को अलग-अलग राज्यों तक भी सप्लाई किया जा रहा था।
क्राइम ब्रांच ने मौके से 1050 किलो सड़ा हुआ चावल, 200 किलो सड़ा हुआ बाजरा, 6 किलो सड़े हुए नारियल, 720 किलो खराब धनिया, 550 किलो खराब हल्दी, 70 किलो यूकेलिप्टस के पत्ते, 1450 किलो सड़े हुए जामुन, 24 किलो साइट्रिक एसिड, 400 किलो लकड़ी का बुरादा, 2150 किलो पशुओं को खिलाने वाला चोकर, 440 किलो खराब लाल मिर्च, 150 किलो मिर्च के डंठल और 5 किलो केमिकल वाले रंग बरामद किए हैं।
MDH और EVERST पहले से विवादों में
सिंगापुर और हॉन्ग कॉन्ग ने भारतीय मसाला कंपनी एमडीएच और एवरेस्ट के चार मसालों पर बैन लगा दिया है। सूत्रों के मुताबिक, यह बैन मसालों में स्वीकार्य सीमा से अधिक कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड पाए जाने के दावे के बाद लगाया गया है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर किसी भी कंपनी की ओर से इस मामले पर अभी तक कोई बयान नहीं आया है।
सिंगापुर मीडिया में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय मसाला बोर्ड भारतीय ब्रांडों एमडीएच और एवरेस्ट के चार मिक्स मसाला उत्पादों की बिक्री पर हॉन्ग कॉन्ग और सिंगापुर द्वारा लगाए गए प्रतिबंध की जांच कर रहा है। इसी बीच ऐसी खबरें आई थी कि इन मसालों में स्वीकार्य सीमा से अधिक कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड है।