भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 22 साल बाद लंदन पहुंचे हैं। राजनाथ रक्षा मंत्री सिंह ब्रिटेन में तीन दिवसीय दौरे पर हैं। इस दौरान, रक्षा मंत्री ने भारत-ब्रिटेन रक्षा साझेदारी के सभी पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया। सिंह दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्तों को मजूबत करने पर चर्चा करेंगे। यात्रा के दौरान रक्षा, सुरक्षा और औद्योगिक सहयोग सहित अन्य व्यापक मुद्दों पर गहन रूप से बातचीत होगी।केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को मंगलवार को लंदन के हॉर्स गार्ड्स परेड मैदान में पूरे समारोह में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
राजनाथ सिंह और उनके यूके समकक्ष, रक्षा राज्य सचिव ग्रांट शाप्स ने मंगलवार को टैविस्टॉक में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की। मंगलवार को बाद में रक्षा मंत्री अंबेडकर संग्रहालय के लिए प्रस्थान करेंगे। इसके बाद वह नेसडेन मंदिर में प्रार्थना करने जाएंगे।
राजनाथ सिंह सोमवार रात ब्रिटेन पहुंचे। बुधवार को राजनाथ सिंह ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास मामलों के राज्य सचिव डेविड कैमरन से मुलाकात करेंगे। मंत्री ब्रिटेन में एक सामुदायिक स्वागत समारोह में भी भाग लेंगे। विशेष रूप से, यह 23 वर्षों में किसी मौजूदा भारतीय रक्षा मंत्री की ब्रिटेन की पहली यात्रा है।
विश्लेषकों की मानें तो मंत्री स्तर पर बातचीत के दौरान रक्षा क्षेत्र में केंद्र सरकार के मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत एजेंडे के कार्यान्वन पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है। रक्षा मंत्री के साथ रक्षा मंत्रालय का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी गया है, जिसमें डीआरडीओ, सेवा मुख्यालय, रक्षा विभाग और रक्षा उत्पादन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। अपनी यात्रा के दौरान, सिंह यूके रक्षा उद्योग के सीईओ और उद्योग जगत के नेताओं के साथ भी बातचीत करेंगे और वहां भारतीय समुदाय से मिलेंगे।
भारत और ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत कर रहे हैं। भारत और ब्रिटेन के बीच एफटीए के लिए बातचीत 2022 में शुरू हुई और 12वें दौर की वार्ता इस साल 8-31 अगस्त तक हुई।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत-यूके व्यापक रणनीतिक साझेदारी को 2021 में भारत-यूके रोडमैप 2030 के साथ लॉन्च किया गया था। रोडमैप एक साझेदारी के प्रति प्रतिबद्धता है जो दोनों देशों के लिए लाभकारी है।