Cruise Tender: टिहरी झील में हाउस वोट चलाने के टेंडर मामले में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के बेटे का नाम आने पर बवाल मच गया था। विपक्षी दल हमलावर हो गए थे। वहीं, इसी बीच बवाल के दो दिन बाद शुक्रवार को कबीना मंत्री सतपाल महाराज का इस मामले में बयान आया है।
बयान में सतपाल महाराज इन्वेस्टर्स समिट से प्रेरणा की बात करते हुए कह रहे हैं कि मेरे छोटे बेटे ने उत्तराखंड में इन्वेस्टमेंट के उद्देश्य से हाउसवोट के टेंडर में आवेदन किया था। उन्होंने कहा कि इसमें उसके अतिरिक्त 25 अन्य लोगों ने भी आवेदन किया था।
इस आवेदन में 6 लोग काबिल पाए गए, जिन्हें प्रजेंटेशन के लिए बुलाया गया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा इसका भ्रामक प्रचार किया गया। उसको देखते हुए हम अपने बेटे से यह आवेदन वापस लेने की मांग करते हैं। साथ ही सतपाल महाराज ने भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी का गुणगान करते हुए कहा कि हमारे आदर्श प्रधानमंत्री मोदी हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी का आदर्श वाक्य भी है कि हमें कमल के पुष्प की तरह पवित्रता वाली राजनीति करनी है।
उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के बेटे द्वारा टिहरी झील में क्रूज चलाने को लेकर डाले गए टेंडर मामले को विपक्षी दलों ने भ्रष्टाचार से जुडा हुआ विषय बताया। अल्मोड़ा से कांग्रेस विधायक मनोज तिवारी ने कहा था कि जब से भाजपा सरकार उत्तराखंड में आई है, तबसे राज्य में बस भ्रष्टाचार का ही बोलबाला है। इसके चलते सत्ता में बैठे नेताओं के परिवार के लोगों के ही सभी काम करवाए जा रहे हैं, जबकि जनता की मांगों को पूरी तरह से अनदेखा किया जा रहा है।
उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने कहा था कि यदि नियमों के तहत यह टेंडर लिया गया है तो इसे स्वीकार किया जा सकता है। वहीं, अगर केवल मंत्री के बेटे होने की वजह से नियमों की अवहेलना की गई है तो शायद उत्तराखंड के लिए इससे दुर्भाग्यपूर्ण बात कोई नहीं हो सकती।
कांग्रेस शहर अध्यक्ष कुलदीप गंवार ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा था कि जिस आवेदन के पिता पर्यटन विभाग के मंत्री हो, वहां टेंडर के चयन में पारदर्शिता रहना बिल्कुल संभव नहीं है। चयन समिति में जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी भी सदस्य हैं।
इस मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि टेंडर की जो प्रक्रिया है, वह निष्पक्ष होनी चाहिए। सरकार इस पर संज्ञान लेगी। उन्होंने कहा कि आवेदन वही कर सकता है, जो गाइडलाइन फॉलो करता हो। अगर उसमें मंत्री पुत्र आ जाए तो इसे संशय की दृष्टि से नहीं देखना चाहिए।
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बता दें, टिहरी विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण ने झील में क्रूज बोट के संचालन के लिए आवेदन मांगा था। जांच पड़ताल के बाद सही गए पाए गए आवेदनों की सूची जारी की गई थी। इसमें दो नाम चौंकाने वाले थे। ये नाम पर्यटन मंत्री के पुत्र सुयेंद्र रावत और टिहरी जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण के पति रघुवीर सिंह सजवाण के हैं।
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