CM Dhami Rudraprayag Gift: मौसम खराब होने के चलते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अगस्त्यमुनि रुद्रप्रयाग में प्रस्तावित रक्षाबंधन कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। सीएम ने वर्चुअली कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने रुद्रप्रयाग को सौगात देते हुए अगस्त्यमुनि नगर पंचायत को नगर पालिका बनाने की घोषणा की। वहीं, जनपद में तकनीकि शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भणज में आईटीआई खोलने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम में शामिल मातृशक्ति एवं जनता को रक्षाबंधन कार्यक्रम की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि केदारनाथ धाम में दूसरे चरण की यात्रा को लेकर पूरी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की जा रही हैं। यात्रा को और सुगम एवं सुव्यस्थित बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। कहा कि चारधाम यात्रा के लिए अब मौके पर पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध रहेगी। वहीं, श्रद्धालुओं की संख्या पर कोई बाध्यता भी नहीं होगी। हरिद्वार, ऋषिकेश, चारों धामों सहित हर संभावित स्थान पर पंजीकरण का विकल्प अब मौजूद रहेगा। इस वर्ष की यात्रा पूर्ण होते ही अगले वर्ष की यात्रा के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी।
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मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी ने अगस्त्यमुनि एवं रिजेंटा रिसोर्ट ऊखीमठ में आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। स्थानीय ग्रामीण महिलाओं ने विधायक के हाथों में रक्षा सूत्र बांधकर मुख्यमंत्री को राखियां प्रेषित कीं। भरत सिंह चौधरी ने सभी महिलाओं को रक्षाबंधन पर्व की बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री जी को कार्यक्रम में प्रतिभाग करना था, लेकिन पल-पल बदल रहे मौसम के कारण उनका पहुंचना संभव नहीं हो पाया। उन्होंने सभी महिलाओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि सभी बहनों की राखियां मुख्यमंत्री धामी तक सुरक्षित पहुंचा दी जाएंगी।
सीएम धामी ने कीं घोषणाएं
- विजयनगर-पठालीधार मार्ग में क्षतिग्रस्त 1500 मीटर मार्ग का सुरक्षात्मक एवं पुननिर्माण कार्य करने के लिए 5 करोड़ की धनराशि निर्गत की जाएगी
- भणज में आईटीआई खोलने को स्वीकृति
- नगर पंचायत अगस्त्य मुनि को नगर पालिका बनाया जाएगा
- तुंगनाथ महोत्सव मक्कू को जिला स्तरीय मेले की स्वीकृति
- मयाली बसुकेदार गुप्तकाशी मोटर मार्ग का चैड़ीकरण
- गुप्तकाशी पीएचसी को उच्चीकृत कर सीएचसी बनाया जाएगा
- महर्षि अगस्त्य मुनि मंदिर का सौंदर्यीकरण
- यात्रा मार्ग पर घोड़े एवं खच्चरों की अचानक मृत्यु होने पर दफनाने की व्यवस्था की जाएगी