Chardham Yatra 2024 : चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड परिवहन अपनी तैयारियों में जुट गया है। चारधाम यात्रा मई में शुरू होगी। देहरादून के परिवहन भवन में परिवहन सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी की अध्यक्षता में चारधाम यात्रा को लेकर बैठक हुई। उत्तराखंड के संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह ने कहा कि बैठक में ग्रीन कार्ड बनाना और ट्रिप कार्ड जारी करने को लेकर चर्चा हुई। साथ ही उन्होंने कहा कि सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच शटल सेवा चलती है, जिसमें हो रही समस्याओं के निदान को लेकर भी चर्चा हुई।
विश्व प्रसिद्ध उत्तराखंड की चारधाम यात्रा का विधिवत उद्घाटन 10 मई को संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति के बैनर तले बस ट्रांसिट कंपाउंड में होगा। उम्मीद है कि यात्रा का शुभारंभ करने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंचेंगे। इस संबंध में संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति के अध्यक्ष नवीन रमोला ने बताया था कि चारधाम यात्रा में बसों के संचालन के लिए समिति की ओर से सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। 2200 बसों का बेड़ा चारधाम यात्रा मार्ग पर जाने के लिए तैयार है। चारधाम यात्रा हर वर्ष की तरह ऋषिकेश से संचालित की जाएगी।
संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति के अध्यक्ष नवीन रमोला ने बताया था कि विगत वर्ष पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की बसों को हरिद्वार से एकत्रित कर चारधाम यात्रा पर भेजा गया था, जिससे संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति से जुड़े परिवहन व्यवसायों को नुकसान हुआ था। उन्होंने बताया कि यात्रा पिछले 70 साल से ऋषिकेश से ही संचालित की जा रही है। हर वर्ष मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ऋषिकेश से हरी झंडी दिखाकर चार धाम यात्रा का शुभारंभ करते हैं। इसलिए हरिद्वार को चारधाम यात्रा का केंद्र बताने वालों से यात्री सावधान रहें।
उन्होंने बताया कि 26 अप्रैल को लॉटरी डालकर बसों को यात्रा मार्ग पर जाने का नंबर भी निर्धारित किया जाएगा। नवीन रमोला ने चारधाम यात्रा मार्ग पर बसों की डग्गामारी रोकने की मांग भी प्रशासन से की है। बताया कि शासन के आदेशानुसार चारधाम यात्रा की बसों के किराए में 5 प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी।
भारत निर्वाचन आयोग से आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की अनुमति मिलते ही स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने चारधाम यात्रा से सबंधित जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ बैठक की थी। इसमें उन्होंने यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे। इसके साथ ही श्रीनगर एवं दून मेडिकल कॉलेज सहित एम्स ऋषिकेश को अलर्ट मोड़ पर रहने के निर्देश दिए गए थे।
उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा से सबंधित जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को यात्रा मार्गों पर आवश्यक जीवन रक्षक उपकरण, स्थायी-अस्थायी चिकित्सा इकाइयों में पर्याप्त दवाइयां उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए गए हैं। इसके अलावा विभागीय उच्चाधिकारियों को विशेषज्ञ चिकित्सक, चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टॉफ, फार्मासिस्ट सहित अन्य मेडिकल स्टॉफ की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा गया है।