Chardham Yatra 2024 : उत्तराखंड सरकार की चारधाम यात्रा को लेकर जो व्यवस्थाएं की गईं थीं, वह लोगों के लिए नाकाफी साबित हुईं। इसी से परेशान होकर चारधाम यात्रा के लिए निकले चार हजार तीर्थयात्री ऋषिकेश से बिना यात्रा किए हुए ही अपने घर लौट गए। उनका कहना है कि उत्तराखंड पहुंचने के बाद भी चारों धामों के दर्शन नहीं हो पाए। यह हमारा दुर्भाग्य है। उन्होंने कहा कि यह उनके जीवन का सबसे बड़ा बुरा अनुभव है। ये यात्री अस्थायी रजिस्ट्रेशन के लिए रोके गए थे।
उत्तराखंड का प्रशासन लगातार यात्रियों की सुविधाओं के लिए पूरी कोशिश कर रहा है। फिर भी भीड़ होने के कारण सारी व्यवस्थाएं फेल हो जा रही हैं। ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद होने से ऋषिकेश में करीब 12 हजार तार्थयात्रियों को रोक दिया गया था। इसके प्रशासन ने इन यात्रियों को दर्शन कराने के लिए अस्थायी रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की। प्रशासन ने इसके जरिए रोके गए यात्रियों को दर्शन कराने का योजना बनाई थी, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाया। सोमवार को शाम को प्रशासन ने अस्थायी रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था भी बंद कर दी।
ट्रांजिट कैंप प्रशासन के मुताबिक, केवल 6 हजार यात्रियों का ही अस्थायी रजिस्ट्रेशन हो पाया। इसमें से भी 4 हजार यात्री बिना दर्शन किए ही लौट गए। वहीं, करीब ढ़ाई हजार यात्री अभी भी ट्रांजिट कैंप परिसर और धर्मशालाओं में रुके हुए हैं।
बता दें, प्रशासन ने 31 मई तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद रखने का निर्णय लिया है। ट्रांजिट कैंप में रुके यात्रियों में से करीब 800 यात्रियों ने ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की शुरुआत होने तक यहीं पर रुकने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि ध्रुव ने भी अनिश्चित समय के लिए भगवान की प्रतीक्षा की थी। इसलिए वे लोग भी ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू होने तक इंतजार करेंगे।
चारधाम यात्रा प्रबंधन एवं नियंत्रण संगठन व गढ़वाल अपर आयुक्त एनएस क्वीरियाल ने बताया कि अभी अस्थायी रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था बंद कर दी गई है। यात्रा के लिए और क्या बेहतर किया जा सकता है, इसके लिए हाई लेवल पर मॉनिटरिंग कर रहे हैं।