Bharatiya Kisan Union Tomar Protest: रुड़की के रामपुर चुंगी स्थित एक निजी होटल में भारतीय किसान यूनियन तोमर ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। इसमें भारतीय किसान यूनियन तोमर के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव तोमर पहुंचे। पत्रकारों को संबोधित करते हुए भाकियू तोमर के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव तोमर ने कहा कि बीती छह अगस्त को संगठन द्वारा एआरटीओ कार्यालय में भ्रष्टाचार के विरोध में धरना दिया था, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने संगठन के पदाधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था।
उन्होंने बताया कि इसके विरोध में 22 अक्टूबर को एआरटीओ कार्यालय के बाहर किसान हाईवे जाम करेंगे और कार्यालय का घेराव करेंगे। इस धरना प्रदर्शन में उत्तराखंड के अलावा यूपी के मुजफ्फरनगर, बिजनौर, सहारनपुर आदि जिलों के किसान भी शामिल रहेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों की मांग है कि फर्जी मुकदमे लिखवाने वाले अधिकारियों को निलंबित किया जाए और उनकी संपत्ति की जांच हो।
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संजीव तोमर ने कहा कि उनका धरना शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था, लेकिन एक अधिकारी द्वारा संगठन से जुड़ी महिलाओं से अभद्रता की गई। इसके बाद उसके साथ किसानों ने धक्का-मुक्की की। उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर थे और उनकी मौजूदगी में किसानों और एआरटीओ विभाग के अधिकारियों के बीच शांतिपूर्ण वार्ता हुई, लेकिन वार्ता होने के बाद अधिकारियों ने संगठन के पदाधिकारियों पर लूट, डकैती आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज करवा दिया और किसानों को जेल भेजा गया था, जोकि यह पूरा मामला किसानों के खिलाफ षड्यंत्र रचा गया था।
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