Badrinath Dham 2024 : भगवान बद्री विशाल के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए 12 मई को खोल दिए गए हैं। हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान बद्री विशाल के दर्शनों के लिए पहुंचे। बद्री केदार मंदिर समिति और जिला प्रशासन की ओर से व्यवस्थाओं में काफी कुछ फेरबदल किए जाने पर सोमवार को पंडा पंचायत समाज और स्थानीय लोगों ने इस पर नाराजगी जताते हुए प्रदर्शन किया। पंडा समाज के लोगों ने वीआईपी व्यवस्था का विरोध किया।
पंडा पुरोहित समाज का कहना है कि सैकड़ों वर्षों से वे यहां के हक-हकूकधारी हैं और यहां की व्यवस्थाओं को लेकर हमेशा से अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी समझते रहे हैं, लेकिन जिस तरह से बद्री केदार मंदिर समिति और प्रशासन की मिली भगत से स्थानीय लोगों को रोकने और टोकने के लिए जगह-जगह गेट लगाए गए हैं। बद्रीश पंडा पंचायत के अध्यक्ष प्रवीण ध्यानी ने कहा कि बामणी गांव को जाने वाला रास्ते को बंद कर दिया गया है। स्थानीय हक हकूकधारी के लिए भी मंदिर तक पहुंचने के लिए कई तरह की बंदिशें लगाई गई हैं, यह ठीक नहीं है। इस दौरान बद्रीनाथ धाम जहां नारायण के जयकारों से गूंजता था, वहीं सरकार और प्रशासन के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की। यही नहीं, व्यापारियों द्वारा बद्रीनाथ धाम में पूरा बाजार भी बंद किया गया, जिससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा।
पंडा पुरोहितों का कहना है कि उनकी समस्या को सुनने के लिए कोई अधिकारी नहीं आया है। उनका कहना है कि वीआईपी दर्शन के कारण उनके घऱ आने-जाने का रास्ता बंद कर दिया गया है। उनको लंबे रास्ते से होकर घर आना-जाना पड़ रहा है। यही नहीं, बिजली और पानी की भी समस्या हो रही है, इससे की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कोई अधिकारी उनकी समस्या सुनने नहीं आया को वे और बड़ा प्रदर्शन करेंगे।