Almora Kaakadi Ghat : अल्मोड़ा के काकडी घाट में स्थित स्वामी विवेकानंद की तपोस्थली पर बुधवार को प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह पहुंचे। यहां पर राज्यपाल ने उस पेड़ पर जल चढ़ाया, जहां पर स्वामी विवेकानंद ने तपस्या की थी। यही नहीं, राज्यपाल ने आश्रम में स्थित विभिन्न मंदिरों में दर्शन कर पूजा-अर्चना की।
इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने यहां पर तपस्या करके पूरे विश्व को आध्यात्म का संदेश दिया। वहीं, उन्होंने कहा कि आज के दौर में आग और पानी पूरे उत्तराखंड के लिए एक बडी समस्या बनती जा रही है। इसके लिए सरकार और पूरे प्रदेशवासियों को आगे आकर इस चुनौती के लिए मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने उत्तराखंड सरकार द्वारा बनाए जा रहे सड़क मार्गों की भी सराहना की।
बता दें, उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है। यगां ऋषि-मुनियों की तपोस्थली आज भी देखने को मिलती है। दुनिया को अध्यात्म का ज्ञान देने वाले और युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद को अल्मोड़ा से बहुत लगाव था। स्वामी विवेकानंद अल्मोड़ा तीन बार 1890, 1897 और 1898 में आए थे। स्वामी जी जब अपने गुरु भाई अखंडानंद महाराज के साथ 1890 में आए थे तो उनको काकडी घाट में स्थित पीपल के पेड़ के नीचे आत्मज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इसीलिए, यहा देश के कोने-कोने से लोग यहां आते हैं।