World Environment Day : श्री केदारनाथ धाम में बुधवार को केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग ने विश्व पर्यावरण दिवस मनाया। इस दौरान धाम में मेरी लाइफ फॉर इन्वायरमेंट के लिए वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान और सेल्फी फार इन्वायरमेंट हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। रुद्रप्रयाग के प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस की 52वीं वर्षगांठ पर केदारनाथ धाम परिसर में 52 ब्रह्म कमल की पौध का रोपण किया गया। केदारनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल की मौजूदगी में ब्रह्म कमल पौध रोपण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।
बता दें. हिन्दू धर्म में ब्रह्म कमल फूल को ब्रहम देव का रूप माना जाता है। इसे लोगों द्वारा भगवान शिव को भी अर्पित किया जाता है। ब्रह्म कमल उच्च हिमालयी क्षेत्र का औषधीय पुष्प है। वर्तमान में ग्लोवल वार्मिंग के कारण ब्रह्म कमल पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ रहा है। इसके संरक्षण के लिए वन विभाग प्रयास कर रहा है। विभाग ने केदारनाथ में पौधालय की स्थापना कई वर्षों पहले की है। यहां पर ब्रह्म कमल की पौध तैयार कर उनको प्रति वर्ष धाम के आस-पास खाली स्थानों पर रोपण किया जाता है।
डीएफओ अभिमन्यु ने बताया कि भविष्य में बड़े स्तर पर ब्रह्म कमल को केदारनाथ धाम के आसपास रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है। वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत श्री केदारनाथ धाम में ब्रह्म कमल, कुटकी, बज्रदन्ती, पाषाण भेद और जड़ी-बूटी पौधों का रोपण एवं सोनप्रयाग से रामबाड़ा के बीच यात्रा मार्ग के किनारे खाली स्थानों पर देवदार, बांज, बुरांश, मोरू, पांगर, अंगू, पुतली, खर्सू, रेक्चा, कांचुला, पापड़ी, थुनेर, भोजपत्र प्रजाति की कुल 2000 पौध का रोपण किया गया।
वन विभाग द्वारा केदारनाथ, भीमबली, जंगलचट्टी, गौरीकुंड एवं सोनप्रयाग में सफाई अभियान चलाया गया। इसमें सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ-साथ तीर्थयात्री भी शामिल हुए। मौके पर धाम में 500 से अधिक प्रकृति प्रेमियों के द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए शपथ भी ली गई। धाम की पवित्रता, पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए हस्ताक्षर अभियान में लोगों ने प्रतिभाग किया। उन्होंने बताया कि यह अभियान लगातार धाम में चलता रहेगा।