Chardham Yatra 2024 : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सोमवार को हरिद्वार पहुंचे। उन्होंने चारधाम यात्रा पंजीकरण केंद्र का निरीक्षण किया। सीएम ने यात्रियों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को भी सुना। उन्होंने समस्याओं के निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एग्जिट पोल द्वारा भाजपा की जीत दिखाने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि यह जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम के कारण ही हो रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकुल ग्राउंड में चल रहे चारधाम यात्रा के पंजीकरण केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान सीएम लाइन में लगे श्रद्धालुओं के बीच पहुंचे और उनसे पंजीकरण को लेकर आ रही समस्याओं के संबंध में बातचीत की। साथ ही मौके पर ही अधिकारियों को श्रद्धालुओं की समस्याओं के जल्द ही निराकरण के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस भीषण गर्मी में पंजीकरण केंद्र पर पीने के पानी की और अधिक व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो पंजीकरण विंडो की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। एग्जिट पोल को लेकर पूछे गए सवाल के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प पर मोहर लगाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जो जनकल्याण की योजनाएं चल रही हैं, उसी के कारण आज भाजपा प्रचंड बहुमत के साथ तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है।
चारधाम यात्रा के श्रद्धालुओं के लिए जारी होगा हेल्थ कार्ड
चारधाम की यात्रा 10 मई से शुरू हुई है। इस यात्रा को लेकर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। उत्तराखंड सरकार ने भीड़ के मद्देनजर वीआईपी दर्शन पर 10 जून तक के लिए रोक लगा रखी है। वहीं, चारधाम के कठिन रास्ते और भारी भीड़ के बीच 22 दिनों में लगभग 70 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। इनमें से केदरनाथ में 27, बद्रीनाथ में 22, गंगोत्री और यमुनोत्री में 21 लोगों की मौत हुई है।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा कि चारधाम यात्रा में आने वाले 50 वर्ष से ऊपर के श्रद्धालुओं से उनकी पुरानी मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी ली जा रही है। उन्होंने कहा कि जैसे ही कोई श्रद्धालु अपना पंजीकरण कराता है तो उसकी मेडिकल हिस्ट्री भी पूछी जाती है। हालांकि, अभी यह वॉलेंटरी है, लेकिन बाद में इसे अनिवार्य कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग चारधाम के लिए एक हेल्थ कार्ड भी डेवलप करने की सोच रहा है, जिसे जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि, यदि मौत के आंकड़ों की बात करें तो अस्पताल में अगर कोई श्रद्धालु भर्ती होता है तो उसकी मौत नहीं होती है। आने वाले श्रद्धालुओं को लगातार विषम परिस्थितियों के विषय में स्वास्थ्य विभाग द्वारा सचेत भी किया जा रहा है।