IND vs ZIM Second T20 Match Abhishek Sharma: भारत ने पांच मैचों की टी-20 सीरीज के दूसरे मैच में जिम्बाब्वे को 100 रनों से हरा दिया। भारत की तरफ से रखे गए 235 रनों के लक्ष्य के जवाब में जिम्बाब्वे की पूरी टीम 134 रनों पर सिमट गई। अभिषेक शर्मा को उनके ऐतिहासिक पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। इस जीत के साथ ही भारत ने सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली। इस मैच में बल्लेबाजों के बाद गेंदबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। इससे पहले, टीम इंडिया को पहले टी-20 मैच में 13 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।
Abhishek Sharma ने खेली ऐतिहासिक पारी
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अभिषेक शर्मा के शानदार शतक और ऋतुराज गायकवाड़ के अर्धशतक की बदौलत 2 विकेट के नुकसान पर 234 रन बनाए। अभिषेक ने 47 गेंदों पर 7 चौकों और 8 छक्कों की मदद से 100 रन बनाए। वहीं, गायकवाड़ ने 47 गेंदों पर 11 चौकों और एक छक्के की मदद से 77 रन बनाए। इसके अलावा, रिंकू सिंह ने भी 22 गेंदों पर 48 रनों की तेजतर्रार पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 2 चौके और 5 छक्के लगाए।
ब्रायन बैनेट ने 9 गेंदों पर बनाए 26 रन
दूसरी तरफ, जिम्बाब्वे की शुरुआत बेहद खराब रही। पहले ही ओवर की तीसरे गेंद पर इनोसेंट काया 4 रन बनाकर मुकेश कुमार की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद आए ब्रायन बैनेट ने 9 गेंदों पर 1 चौके और 3 छक्कों की मदद से 26 रनों की आक्रामक पारी खेली, लेकिन उन्हें भी मुकेश कुमार ने बोल्ड कर पवेलियन की राह दिखाई। इसके बाद जिम्बाब्वे की पूरी टीम 18.4 में 134 रन पर सिमट गई।
मुकेश कुमार-आवेश खान ने चटकाए 3-3 विकेट
जिम्बाब्वे की तरफ से वेस्ले मधेवेरे ने सबसे ज्यादा 43 रन बनाए। वहीं, ल्यूक जांगवे ने भी 33 रन बनाए। कप्तान सिकंदर रजा महज 4 रन ही बना पाए। भारत की तरफ से मुकेश कुमार और आवेश खान ने 3-3 विकेट चटकाए, जबकि रवि बिश्नोई को 2 और वाशिंगटन सुंदर को 1 विकेट मिला।
जिम्बाब्वे को रनों के लिहाज से मिली सबसे बड़ी हार
जिम्बाब्वे को रनों के लिहाज से सबसे बड़ी हार मिली। इससे पहले, उसे ऑस्ट्रेलिया ने 2018 में 100 रनों से हराया था। इसके अलावा, 2011 में पाकिस्तान ने 85 और हंबनटोटा में श्रीलंका ने 82 रनों से हराया था।
पहले मैच में 0 पर आउट हुए थे Abhishek Sharma
बता दें कि पहले मैच में अभिषेक शर्मा 0 पर आउट हुए थे। वे बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में आउट हुए थे। इस मैच में उन्होंने जोरदार वापसी करते हुए सेंचुरी जमा दी। वे ऐसा करने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज हैं। उनसे पहले किसी ने भी जिम्बाब्वे के खिलाफ शतक नहीं लगाया था।