Paris Olympics 2024: 33वें ओलंपिक खेलों की 26 जुलाई से पेरिस में औपचारिक शुरुआत हो रही है। पेरिस ओलंपिक में हालांकि कई प्रतियोगिताएं उद्घाटन समारोह से दो पहले शुरू हो चुकी हैं। Paris Olympics 2024 में भारत के 117 एथलीट विभिन्न खेलों में प्रतिभाग कर रहे हैं। भारतीय एथलीट अपने हौंसलों से विश्व में भारत का नया कीर्तिमान लिखने के लिए पूरी तरह से बेताब हैं। इस बार पेरिस में होने वाले Paris Olympics 2024 में देवभूमि उत्तराखंड से 4 एथलीट हिस्सा लेंगे। इन खिलाड़ियों में शटलर लक्ष्य सेन, 5000 हजार मीटर दौड़ में अंकिता ध्यानी, वॉक रेस में परमजीत बिष्ट, वॉकिंग मिक्स्ड मैराथन में सूरज पंवार शामिल हैं।
अंकिता ध्यानी (Indian athlete 🇮🇳 5000m)
पहाड़ की बेटियां आज हर क्षेत्र में अपना नाम कर रही हैं। आज हम जिस बेटी के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से पूरे राज्य का नाम रोशन किया है। हम बात कर रहे हैं गढ़वाल के सुदूरवर्ती मेरुड़ा गांव की रहने वाली अंकिता ध्यानी की, जिन्होंने विश्व रैंकिंग कोटे के जरिए Paris Olympics 2024 के लिए क्वालीफाई कर लिया है। यह उनका पहला ओलंपिक होगा। खेतों और पहाड़ों में दौड़ लगाने वाली अंकिता महिलाओं की 5000 मीटर दौड़ में पारुल चौधरी के साथ भारत के लिए ओलंपिक पदक जीतने का प्रयास करेंगी। उन्होंने 5000 मीटर की दौड़ में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अपनी रैकिंग में सुधार करते हुए 42वां स्थान प्राप्त किया।
परमजीत बिष्ट (Race Walker)
उत्तराखंड के परमजीत बिष्ट इस बार Paris Olympics 2024 में देश और प्रदेश का मान बढ़ाते हुए नजर आएंगे। परमजीत वर्तमान में भारतीय नौसेना में कार्य करते हुए देश की सेवा कर रहे हैं। वह पेरिस ओलंपिक में वाक रेस में प्रतिभाग करेंगे। मंडल घाटी के खल्ला गांव निवासी परमजीत राजकीय इंटर कालेज बैरागना के पूर्व छात्र हैं। परमजीत ने जापान में आयोजित एशियन वाक रेस चैंपियनशिप में नौवां स्थान प्राप्त कर पेरिस ओलंपिक के लिए अपना टिकट कटवाया। परमजीत ने खेल प्रशिक्षक गोपाल बिष्ट के निर्देशन में वर्ष 2017 में वाक रेस की तैयारी शुरू की थी। स्कूल गेम्स फेडरेशन आफ इंडिया के अंडर-17 व अंडर-19 आयु वर्ग के रिकार्ड भी परमजीत के नाम है। खेलो इंडिया में भी परमजीत ने स्वर्ण पदक जीता था।
सूरज पंवार (Race Walker)
बचपन से ही विपरीत परिस्थितियों का सामना करने वाले पैदल चाल के एथलीट सूरज पंवार Paris Olympics 2024 के लिए अपनी कमर कस चुके हैं। पैदल चाल मिक्स्ड मैराथन में इस बार टिहरी निवासी सूरज पंवार देश का प्रतिनिधित्व करते नजर आएंगे। पंवार जब बच्चे थे तभी उनके फॉरेस्ट गार्ड पिता उदय सिंह पंवार पेड़ों की अवैध कटाई को रोकने की कोशिश करते हुए ड्यूटी के दौरान मारे गए थे। उनकी मां पूनम ने उन्हें अकेले ही पाला, जो देहरादून के पास एक गांव में वन विभाग की नर्सरी में काम करती थीं और अपने बेटे को खेलों में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती थी।
कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुके सूरज ने वर्ष 2018 में यूथ ओलंपिक में 5,000 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता था। सूरज यूथ ओलंपिक में ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट हैं। इसके अलावा उन्होंने वर्ष 2017 में थाइलैंड में आयोजित एशियन एथलेटिक चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और वर्ष 2018 में इसी चैंपियनशिप में रजत पदक जीता।
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लक्ष्य सेन (Indian Badminton Player)
भारत से स्टार शटलर लक्ष्य सेन से Paris Olympics 2024 में उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि पूरे देश को पदक की उम्मीद है। 22 वर्षीय लक्ष्य 26 जुलाई से होने वाले इस इवेंट में अपना डेब्यू करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इतिहास उनके पक्ष में नहीं है क्योंकि किसी भी भारतीय पुरुष शटलर ने अब तक ओलंपिक पदक नहीं जीता है। लक्ष्य ने बर्मिंघम में कामनवेल्थ गेम्स-2022 में एकल वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। पेरिस ओलंपिक के लिए भी लक्ष्य ने टाप-16 में जगह बनाकर क्वालीफाई किया है।
अल्मोड़ा के रहने वाले लक्ष्य सेन 6 साल की उम्र में ही बैडमिंटन खेल रहे हैं। लक्ष्य के पिता डीके सेन बैडमिंटन के अंतरराष्ट्रीय कोच होने के साथ ही उनके भी कोच हैं। लक्ष्य राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कई पदक जीत चुके हैं। इसके लिए उन्हें वर्ष 2022 में अर्जुन पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।
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