दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को लेकर एक तरफ जहां इंडिया गठबंधन के घटक दलों ने रविवार को मोदी सरकार के खिलाफ रामलीला मैदान में मोर्चा खोला तो वहीं, पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के आरोपों का जवाब सिलसिलेवार ढंग से दिया है। दक्षिण भारत के एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने खुलकर अपनी बातें कहीं।
इंटरव्यू में पीएम से पूछा गया कि विपक्षी दल सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के गलत इस्तेमाल को मुद्दा बना रहे हैं। इस पर मोदी ने उल्टा सवाल किया कि क्या ED हमारी सरकार आने के बाद बनी? उन्होंने कहा कि ED एक स्वतंत्र एजेंसी है और वह स्वतंत्र रूप से काम कर रही है। प्रधानमंत्री के मुताबिक, हम ईडी को न रोकते हैं और न उसे हम भेजते हैं। उन्होंने कहा कि ED को स्वतंत्र रूप से काम करना होगा और कोर्ट के नियमों पर खरा उतरना होगा। ED की कार्रवाई में उनकी सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है। उन्होंने कहा कि ED कभी कोई केस नहीं कर सकती है। जब तक देश की अलग-अलग एजेंसियां एफआईआर नहीं करती हैं, तब तक ED कुछ नहीं कर सकती।
इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि ED के पास मौजूदा समय 7000 केस हैं। इसमें से राजनेताओं से जुड़े केस तीन फीसदी से भी कम हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार से पहले की सरकार के समय जो पैसा पकड़ा गया वह केवल 35 लाख रुपये था। वहीं, हमारी सरकार में 2200 करोड़ रुपये पकड़े गये हैं। पीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने इतने अधिक रुपये इसलिए पकड़े क्योंकि ED की छापेमारी के ऑपरेशन लीक नहीं हुए। पीएम ने पश्चिम बंगाल का उदाहरण देते हुए कहा कि वाशिंग मशीन में नोटों की गड्डियां पकड़ी जा रही हैं। यही नहीं घरों की पाइपलाइन में पैसा मिल रहा है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस के एस सांसद के घर से तो 300 करोड़ रुपये पकड़े गए।
इंटर्व्यू में पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वहां पर मंत्रियों के घरों से नोटों से ढेर मिले हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल में करीब 3000 करोड़ रुपये पकड़े गए। ये पैसा लोगों को लालच देकर लिया गया। किसी को गार्ड की नौकरी तो किसी को शिक्षक की नौकरी का लालच देकर उनसे पैसे लिये गये। उन्होंने कहा कि इसकी जांच करा रहा हूं। पीएम ने कहा कि इससे पहले जो पैसे पकड़े गए हैं, उसमें से 700 करोड़ रुपये लोगों को वापस दे चुके हैं। पीएम मोदी ने कहा कि सभी राजनीतिक नेताओं के केस चलेंगे। उन्होंने कहा कि विपक्ष बताएं कि किस नेता का केस बंद हुआ। विपक्षी पार्टियों के सामने कोर्ट का ऑप्शन हैं और ईडी की कार्रवाई रोकने के लिए वे कोर्ट जा भी रहे हैं।