22 जनवरी को अयोध्या में होनेवाले राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले चारो तरफ भक्ति का माहौल बना हुआ हैं। तो वहीं विपक्ष की बयानबाजी भी जारी है जिस पर भाजपा के कई नेताओं ने प्रतिक्रिया दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट मंत्रियों से कहा है कि विपक्ष के उकसावे में न आए और तीखे बयानबाजीं से बचे। PM ने सलाह दी कि अयोध्या को लेकर गुस्से से बचें औरआस्था दिखाएं । साथ ही PM ने लोकसभा चुनाव को लेकर कैबिनेट के मंत्रियों मंत्रियों से कहा कि वह स्थानीय लोगों को ज्यादा से ज्यादा अयोध्या भेजने के लिए इंतजाम करें।
सूत्रों की माने तो PM नरेंद्र मोदी ने पिछले सप्ताह कैबिनेट मीटिंग में यह बात कही थी। भाजपा ने पहले ही अपने सभी नेताओं यह कह चुकी है कि इस दौरान पार्टी के झंडों और बैनरों का इस्तेमाल करनें से बचे। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए चल रही तैयारियों के समय भाजपा अपने विरोधियों के साथ किसी भी विवाद में नहीं पड़ना चाह रही हैं। भाजपा ने कहा है कि देश राम मय हो रहा है और अगर विपक्ष अपने बयानों से माहौल को बिगाड़ने की कोशीश करे तो उसे ज्यादा तवज्जो नहीं देना चाहिए।
बैठक में मंत्रियों को बयानबाजी से बचने का निर्देश देने के साथ-साथ कहा गया कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर सचेत रहें। प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक के दौरान साफ तौर पर कहा कि मंत्री मर्यादा का ध्यान रखते हुए अपनी आस्था दिखाएं। सभी लोग इस बात का बेहद ध्यान रखें कि मंत्री अपने-अपने क्षेत्र में प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान किसी भी तरह का विवाद न हो। अपने इलाके के लोगों को 22 जनवरी के बाद अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन करवाने लाएं और अधिक से अधिक लोगों को श्रीराम का आशीर्वाद दिलाएं।
देश भर में राम मंदिर को लेकर खुशी का माहौल है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम से पहले अयोध्या में तैयारियां जोरों पर है। सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार को अयोध्या पहुंचे थे। तो वहीं उत्तर प्रदेश में 22 तारीख को सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है।