Lok Sabha Election 2024: भाजपा देश ही नहीं, दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है। एक ऐसा दल जिसके करोड़ों सदस्य हैं। कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है, जहां बीजेपी के सक्रिय कार्यकर्ता मौजूद ना हों। बीजेपी बूथ स्तर पर चुनाव लड़ने वाली पार्टी है। संगठन की व्यवस्था के निचले स्तर से सत्ता के शिखर तक का सफर बीजेपी ने अपने इन्हीं कार्यकर्ताओं के दम पर तय किया है। देवभूमि में तीसरी बार कमल खिलाने के लिए बीजेपी ने एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। इस बार बीजेपी के त्रिदेव मिलकर पांचों लोकसभा सीटों पर कमल खिलाएंगे। बीजेपी के प्रत्याशी जहां चुनावी मैदान में अपना दम दिखा रहे हैं तो वहीं, बीजेपी ने जीत सुनिश्चित करने के लिए त्रिदेवों को मैदान में उतार दिया है। पार्टी ने इन्हें देवता का दर्जा देते हुए बूथ पर जीत दिलाने का जिम्मा सौंपा है। बीजेपी के ये त्रिदेव हैं बूथ अध्यक्ष, बूथ सचिव और BLA टू। अब यही त्रिदेव मिलकर पहाड़ों पर कमल खिलाएंगे।
2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के त्रिदेवों की भूमिका बेहद अहम होने वाली है जिसको ध्यान में रखते हुए बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने इन त्रिदेवों को बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी है। शुक्रवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हरिद्वार आ रहे हैं। जहां वो हरिद्वार लोकसभा सीट के करीब 7 हजार त्रिदेवों के साथ बैठक करेंगे। बीजेपी ने उत्तराखंड में चुनाव जीतने के लिए 35 हजार 187 त्रिदेव उतारे हैं। निर्वाचन आयोग ने प्रदेश में 11 हजार 729 पोलिंग बूथ बनाए हैं। इस हिसाब से हर बूथ पर तीन त्रिदेव तैनात रहेंगे। बीजेपी के ये त्रिदेव ना सिर्फ बूथ स्तर पर पार्टी के चुनाव अभियान की कमान संभालेंगे बल्कि, इनपर मतदाताओं को बूथ तक लाने का जिम्मा भी होगा। बूथ स्तर पर चुनाव प्रबंधन की माइक्रो प्लानिंग भी इन्हीं के सहारे हो रही है। BJP के इन त्रिदेवों को लंबे समय से चुनाव प्रबंधन की बारीकियां सिखाई जा रही हैं। त्रिदेव के पास बूथ के एक-एक वोटर की जानकारी के साथ ही उनका कॉन्टेक्ट नंबर भी है।
बीजेपी बूथ स्तर पर चुनाव लड़ने वाली पार्टी है। यहां चुनाव दफ्तरों और पार्टी कार्यालयों से नहीं गली-कूचों से जाकर लड़ा जाता है। चुनाव में पार्टी को जीत दिलाने के लिए हर कार्यकर्ता अपनी भूमिका निभाता है। बूथ स्थर पर काम करने की बीजेपी की ये रणनीति काफी सफल रही है। पिछले कई चुनावों में बीजेपी को बूथ के सहारे ही जीत मिली। बीजेपी की हर जीत में बूथ मैनेजमेंट की अहम भूमिका मानी जाती है। यही वजह है कि बीजेपी चुनाव में सबसे ज्यादा ध्यान बूथ मैनेजमेंट पर ही देती है। कार्यकर्ता सम्मेलन के जरिए पार्टी वर्कर्स में नया जोश भरने का काम बीजेपी करती आई है। पिछले चुनाव में बीजेपी ने बूथ स्तर पर पन्ना प्रमुख नियुक्त किये थे जिनकी जिम्मेदारी वोटर्स को मतदान केंद्र तक पहुंचाने की थी। उत्तराखंड में बीजेपी इसी प्लानिंग के साथ आगे बढ़ रही है। जेपी नड्डा हरिद्वार में 7 हजार त्रिदेवों के साथ बैठक करने वाले हैं। नड्डा इन्हें बूथ जीतकर चुनाव जीतने का मंत्र देंगे। हर बार की तरह अगर इस बार भी बीजेपी की ये रणनीति सफल रही तो इसका असर चुनाव परिणाम में देखने को मिल सकता है। अब देखना होगा कि BJP के ये त्रिदेव चुनाव में बीजेपी की जीत पक्की कर पाएंगे या नहीं।