Uttarakhand Forest Fire: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में 13 जून को दर्दनाक हादसा हो गया। बिनसर वन्यजीव विहार के सिविल सोयम वन प्रभाग में जंगल में लगी आग से 4 वनकर्मियों की मौत हो गई। घटना में झुलसे चार अन्य वनकर्मियों को तत्काल एयरलिफ्ट कर हल्द्वानी बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मृतक वनकर्मियों के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि इस फायर सीजन में 10 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, वहीं सैकड़ों हेक्टेयर क्षेत्रफल में स्थित वन संपदा को भी नुकसान पहुंचा है।
Uttarakhand Forest Fire: कुमाऊं मंडल में लगी सबसे ज्यादा आग
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा जंगलों में आग लगने की घटनाएं कुमाऊं मंडल से सामने आई हैं। अल्मोड़ा में ही अकेले 9 लोगों की मौत हुई है। वन विभाग के मुताबिक, अबतक आग लगने से 10 लोगों की मौत हुई है, जबकि 9 लोग घायल हुए हैं।
अल्मोड़ा में आग की चपेट में आई वन विभाग की गाड़ी, चार कर्मियों की जलकर मौत
आग लगने की 1220 घटनाएं आईं सामने
बताया जा रहा है कि उत्तराखंड में पिछले साल नवंबर से इस साल 13 जून तक आग लगने की 1220 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। कुमाऊं मंडल में आग लगने की 591, गढ़वाल मंडल में 523 और वन्यजीव क्षेत्र में 106 घटनाएं सामने आई हैं। इस दौरान 1657 हेक्टेयर क्षेत्रफल मे फैली वन संपदा को नुकसान पहुंचा है।
डीएफओ को 20 जून तक अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वन विभाग 15 फरवरी से लेकर 15 जून तक फायर सीजन घोषित करता है, लेकिन इस बार इस अवधि को बढ़ाने का फैसला किया गया है। सभी डीएफओ और अन्य अधिकारियों को 20 जून तक अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएम धामी ने 4 वनकर्मियों की मौत पर जताया दुख, एयरलिफ्ट करने के दिए निर्देश