चुनाव आया तो जनता से पूछकर बजट बनाएंगे। चुनावी मौसम नहीं है तो क्या जनता से सुझाव लेना जरूरी नहीं है? ये सवाल सरकारों से है। इस सवाल को पूछने की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि लोकसभा चुनाव नज़दीक आते ही धामी सरकार को जनता के हितों की ज्यादा याद सताने लगी है। इस बार धामी सरकार जनता के सुझाव पर बजट पेश करने जा रही है। आम जन का ये बजट जन साधारण की राय के आधार पर तैयार हुआ है। मतबल इस बजट में वो सबकुछ होने वाला है। जो जनता के मन में है, सरकार इस लोक लुभावन बजट के जरिए सभी वर्गों को साधने की कोशिश कर रही है।
इस बीच उत्तराखंड में विधानसभा के बजट सत्र की अधिसूचना भी जारी हो चुकी है। इस बार का बजट सत्र 26 फरवरी से 1 मार्च तक होगा। सत्र के आगाज़ से पहले विधानसभा सचिवालय बजट सत्र की तैयारियों में जुटा है। सभी विधायकों को पत्र भेजकर सदन में उठाए जाने वाले सवालों और मुद्दों की जानकार मांगी गई है। विधायकों की तरफ से अबतक 300 से ज्यादा प्रश्न विधानसभा सचिवालय को मिल चुके हैं। सत्र के पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण होगा। हालांकि, विधानसभा में सरकार वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कब बजट पेश करेगी इसका फैसला कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में होगा।
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले ये बजट सत्र बेहद अहम होने वाला है। चुनाव को देखते हुए धामी सरकार जनता के लिए कई बड़े ऐलान कर सकती है। सरकार ने ये बजट सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया है। धामी सरकार के बजट में किसानों, महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों के लिए बहुत कुछ होने वाला है। धामी सरकार 2024 के रण को जीतने के लिए अपना खजाना खोल सकती है। इस बार के बजट में जनता के लिए कई बड़े ऐलान होने वाले हैं। खास बात ये है कि धामी सरकार ने बजट को तैयार करने से पहले जनता के सुझाव मांगे थे, जिसमें लोगों ने अपनी कई मांगें उठाई थी। सरकार ने जनता के सुझावों को आधार बनाकर बजट तैयार किया है। सरकार की प्राथमिकता राज्य के समग्र विकास को लेकर है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का विजन है कि वर्ष 2025 तक उत्तराखंड को देश के श्रेष्ठ राज्यों की श्रेणी में शामिल किया जाए। इस दिशा में भी राज्य का यह बजट कारगर साबित होगा।
90 हजार करोड़ रुपए तक बजट पेश कर सकती है सरकार
धामी सरकार वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए करीब 90 हजार करोड़ रुपए के बजट पेश कर सकती है। 26 फरवरी से होने वाला बजट सत्र आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भी काफी अहम माना जा रहा है। क्योंकि, राज्य सरकार लोकसभा चुनाव को देखते हुए लोक लुभावना बजट पेश कर सकती है। इस बजट में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में पर्यटन, उद्यान, आयुष अवस्थापना विकास, सेवा उद्योग, न्यू टाउनशिप और तीर्थाटन के साथ ही तमाम महत्वकांक्षी योजनाओं को भी शामिल किया गया है।
धामी सरकार लोक लुभावन बजट लाने जा रही है। तो वहीं विपक्ष ने भी बजट सत्र के दौरान सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है। विपक्ष आम जनता से जुड़े मुद्दों को जोर-शोर से विधानसभा में उठाने की तैयारी कर रहा है। विपक्ष की रणनीति तीखे सवालों के जरिए सदन में सरकार को घेरने की होगी। सत्र से पहले कांग्रेस नेताओं ने बैठक कर सरकार को घेरने की योजना बनाई। इस बार विपक्षी दलों के विधायक अपने क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं को भी सदन में उठाएंगे। इसके अलावा महिला अपराध, कानून व्यवस्था, जोशीमठ आपदा, परीक्षाओं में धांधली और हल्द्वानी हिंसा समेत कई मुद्दों पर धामी सरकार को विपक्ष जमकर घेरेगा। मतलब इस बार भी विधानसभा के बजट सत्र के हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं।