Model School Kafnol Students Protested: स्कूल में शिक्षक छात्रों के भविष्य को संवारता है। लेकिन अगर स्कूल में ही शिक्षकों की कमी हो जाए तो इन नैनिहालों के भविष्य को कौन सुधारेगा। प्रदेश के उत्तरकाशी में शिक्षकों की मांग को लेकर छात्रों ने डीएम कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया है।
आप जो तस्वीर देख रहे हैं वह कोई जन जागरुकता अभियान नहीं बल्कि हमारी शिक्षा विभाग पर एक तमाचा है। जहां सरकार दावा कर रही है कि उत्तराखंड शिक्षा के नाम पर नम्बर वन है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
जनपद उत्तरकाशी के धारी कफनोल में उत्तराखंड सरकार ने मॉडल स्कूल खोला। आधुनिक चकाचौंध के बाद भी यहां लगातार छात्रों की संख्या बढ़ती रही। कुछ सालों तक स्कूल बढ़िया चला, पर विगत तीन सालों से यहां अटैचमेंट से दो टीचर आए। लेकिन कभी प्रशिक्षण, कभी मूल विद्यालय और कभी आकस्मिक छुट्टी के कारण मास्टर जी स्कूल से दूर चले गए, जिसके कारण से शिक्षा व्यवस्था चौपट होने लगी।
135 छात्र संख्या वाले इस स्कूल में अब 119 छात्र ही रह गए हैं और उनका भी भविष्य अंधकारमय दिखाई दे रहा है। अपनी शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने को लेकर इन नौनिहालों को आज जिला अधिकारी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है।
छात्रों की इस मुहिम से जिला प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन में जिला अधिकारी ने शिक्षा अधिकारी को तलब किया और शिक्षकों को वहां भेजने के निर्देश दिए। अब देखना ये है कि इन मॉडल स्कूलों की स्थिति कब सुधरेगी।
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