CM Dhami Forest Fire Meeting: उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग की बढ़ती घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार को एक्शन मोड में नजर आए। उन्होंने लापरवाही बरतने वाले वन विभाग के 17 अधिकारियों/ कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की। इसमें से 11 को सस्पेंड कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जंगल में लगी आग की घटनाओं पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है।
‘वनाग्नि पर काफी हद तक काबू पाया जा चुका है’
सीएम धामी ने कहा कि ‘एक्स’ पर किए गए एक पोस्ट में कहा कि सचिवालय में वनाग्नि नियंत्रण के संबंध में पूर्व में दिए गए निर्देशों की समीक्षा करते हुए लापरवाही बरतने वाले वन विभाग के 17 अधिकारियों/कार्मिकों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की। उन्होंने कहा कि वन विभाग और स्थानीय लोगों के सहयोग से काफ़ी हद तक वनाग्नि पर काबू पाया जा चुका है और जल्द ही हम जंगल की आग को पूरी तरह बुझाने में कामयाब होंगे।
‘पिरूल लाओ-पैसे पाओ’ मिशन शुरू करने के निर्देश
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि बैठक के दौरान फायर स्टेशनों पर वनाग्नि की सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई करने और इसकी तत्काल सूचना DFO, CCF, PCCF के कंट्रोल रूम में दिए जाने की व्यवस्था को मजबूत करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि जंगल की आग को कम करने के उद्देश्य से पिरूल को एकत्रित करने के लिए ‘पिरूल लाओ-पैसे पाओ’ मिशन को शुरू करने हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए।
मानसून सीजन को लेकर सीएम ने अधिकारियों को दिए निर्देश
सीएम धामी ने कहा कि अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान मानसून सीजन के दृष्टिगत कम से कम रिस्पॉन्स टाइम के साथ राहत और बचाव कार्य शुरू करने और इस अवधि में सड़क, बिजली और पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों के लिए खाद्य सामग्री, दवाओं और अन्य आवश्यक वस्तुओं की पूर्ण व्यवस्था अभी से सुनिश्चित की जाएगी।
चारधाम यात्रा की सप्ताहिक समीक्षा
सीएम धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा को सुगम और सुरक्षित करने के तहत अधिकारियों को यात्रा की साप्ताहिक समीक्षा करने के साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधाओं के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों पर प्लास्टिक और अपशिष्ट प्रबंधन की बेहतर व्यवस्था की जाएगी, जिससे यहां आने वाला प्रत्येक श्रद्धालु पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश लेकर जाएगा।