चुनाव आयोग प्रत्याशियों और मतदाताओं की सहूलियत के लिए कई कदम उठा रहा है। इसी तरह प्रत्याशियों की सुविधा के लिए आयोग ने एक साफ्टवेयर तैयार किया है। इसका नाम एनकोर (इनेबलिंग कम्युनिकेशंस ऑन रियल टाइम एनवायरनमेंट) है। इसका प्रयोग मध्य प्रदेश विधानसभा में किया गया था। इसके बाद अब टिहरी गढ़वाल और हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में इसका प्रयोग किया जाएगा।
चुनाव आयोग ने उत्तराखंड में भी कई चुनाव की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है। टिहरी गढ़वाल और हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों के लिए ऑनलाइन नामांकन की व्यवस्था कर रहा है। एनकोर के माध्यम से उम्मीदवार ऑनलाइन नामांकन कर सकेंगे। इसके बाद दस्तावेजों की जांच के लिए एक दिन प्रत्याशी को रिटर्निंग अधिकारी के सामने उपस्थित होना होगा। नामांकन के लिए प्रत्याशी के पास पुरानी व्यवस्था का भी विकल्प मौजूद रहेगा।
भारत निर्वाचन आय़ोग की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा चीजे ऑनलाइन की जाएं, ताकि भविष्य में चुनाव पेपरलेस कराया जा सके। इस पहल में एनकोर साफ्टवेयर एक ब्रह्मास्त्र की तरह काम करेगा। अभी तक प्रत्याशी नामांकन करने से पहले भव्य जुलूस निकाले हैं. इसमें उनके साथ बड़ी संख्या में समर्थक साथ में रहते हैं। इसके बाद नामांकन करते हैं। लेकिन, एनकोर साफ्टवेयर का इस्तेमाल होने से यह बीते जमाने की बात हो जाएगी।
एनकोर के बारे में जानकारी देते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी सोनिका ने कहा कि इसको प्रत्याशियों की सुविधा औऱ चुनाव को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसेक माध्यम से निर्वाचन अधिकारी आसानी से सारे डेटा की प्रक्रिया को आसानी से पूरा कर पाएंगे। साथ ही प्रत्याशी के नामांकन की जांच भी आसानी से हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस साफ्टवेयर के माध्यम से सभी विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र भी आराम से मिल जाएंगे। यही नहीं प्रत्य़ाशियों के लिए आयोजन करने में भी मददगार साबित होगा। प्रत्याशियों के एजेंटों को किसी कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।