टिहरी में नरेंद्रनगर ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय आमपाटा में कई दिनों से पानी का संकट बना हुआ है। जिसके कारण विद्यालय के हॉस्टल में रह रही 150 छात्राएं पानी के लिए तरस रही हैं। इन छात्राओं को पीने के पानी के लिए लगभग दो किलोमीटर की दूरी नापनी पड़ रही है। हॉस्टल में पानी की समस्या के चलते छात्राएं दो हफ्ते से नहाने और कपड़े धोने जैसे कार्य नहीं कर पा रही हैं। पानी की समस्या की वजह से कुछ छात्राएं तो छात्रावास छोड़कर चली गई है तो कुछ छात्राएं फोड़ा-फुंसी होने से परेशान हैं।
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय छात्रावास में पानी की समस्या के कारण पिछले वर्ष करीब डेढ़ दर्जन छात्राएं अपने घर वापस लौट गई। छात्रावास में पानी की किल्लत से हो रही दिक्कतों के कारण अब अभिभावक भी अपने बच्चों को यहां भेजने में कतरा रहे हैं। वहीं विद्यालय शिक्षक और प्रबंधन का कहना है कि पानी की समस्या को लेकर जल संस्थान से लेकर जल निगम के अधिकारियों के साथ ही विभागीय अधिकारियों को भी शिकायत की गई, लेकिन कोई भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है, जिससे समस्या जस की तस बनी हुई है। अधिकारियों की अनदेखी और पानी की समस्या का समाधान नहीं होने के कारण कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय छात्रावास की छात्राएं भुगतने को मजबूर हैं।
वार्डन मधु नेगी का कहना है कि गैंडी गांव से जो लाइन आ रही है, इससे बार-बार पेयजल आपूर्ति प्रभावित हो रही है। लंबे समय से छात्रावास के दो किमी दूर स्थित स्रोत से अलग से लाइन बिछाने की मांग की जा रही है।