उत्तराखंड के गैरसैंण में विधानसभा का बजट सत्र न कराए जाने को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार की जमकर आलोचना की है। कांग्रेस ने गैरसैंण मे सत्र न कराने को शहीदों का अपमान बताया है। वहीं बीजेपी ने मौसम का हवाला देकर सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है, और ग्रीष्मकाल में गैरसैंण मे विधानसभा सत्र आयोजित कराने की बात कही है। गैरसैंण में बजट सत्र न करने को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि सरकार इस मुद्धे पर लगातार बहानेबाजी कर रही है। पीसीसी चीफ ने कहा कि इस बार सरकार ने विधायकों के नाम का बहाना बनाया है। उन्होंने कहा कि पहले भी इस मौसम में गैरसैंण के अन्दर सत्र आयोजित किए गए है।
दूसरी तरफ सरकार ने कहा है कि गैरसैंण में ज्यादा ठंड होने के कारण यह सत्र वहां नहीं कराया जा रहा है। सरकार का र्तक है कि इस मुद्धे पर पक्ष और विपक्ष के विधायक एकजुट है कि अभी ठंड में गैरसैंण के अन्दर बजट सत्र न चलाया जाए। वहीं माहरा ने भाजपा को याद दिलाया कि 2022 के चुनाव से पहले सरकार ने आनन-फानन में गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया था। और अब वहां की उपेक्षा कर सरकार शहीदों का अपमान कर रही है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल ग्रीष्मकाल के दौरान भी चारधाम यात्रा का बहाना बनाकर भाजपा ने वहां पर सत्र नहीं कराने का मन बनाया था। करन माहरा ने कहा कि हर साल ग्रीष्मकाल के दौरान चारधाम यात्रा होती ही है। ऐसे में सरकार फिर से इसको लेकर बहाना बना सकती है।
इस मुद्दे पर अब भाजपा भी पूरी तरह से डिफेंसिव नजर आ रही है। बीजेपी के वरिष्ठ विधायकों ने सरकार के पक्ष का समर्थन किया है। बीजेपी विधायकों का कहना है कि इस समय वहां पर अत्यधिक ठंड पड़ रही है और सभी कर्मचारी जो वहां पर जाते हैं उनको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसके लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों के विधायकों ने सरकार से वहां सत्र न कराने की पैरवी भी की है। हालांकि, बजट सत्र कब से शुरू होगा इसके तारीख की अभी धोषणा नहीं हुई है विधायकों ने यह फैसला सीएम धामी पर छोड़ा है।