Char Dham Yatra 2024: चारधाम यात्रा के लिए 8 मई से रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया। रजिस्ट्रेशन शुरू करने के पहले दिन ही उत्तराखंड के प्रवेश द्वार हरिद्वार में तीर्थ यात्रियों का जन सैलाब उमड़ने के चलते व्यवस्थाएं बेकाबू सी दिखाई दीं। बड़ी संख्या में लोग सुबह 4:00 बजे से ही लाइनों में लग गए थे। लोगों का आरोप है कि सुबह 4:00 बजे से लाइन में लगने के बाद भी सुबह 8:00 बजे तक रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई थी।
यात्रियों को हो रही असुविधाएं
बता दें कि इस बार उत्तराखंड सरकार ने चारधाम जाने वाले यात्रियों की संख्या सीमित कर दी थी। देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालुओं का कहना है कि उन्हें चारधाम यात्रा पर जाना था, लेकिन रजिस्ट्रेशन के लिए किसी भी तरह की कोई सुविधा नहीं है। कई यात्रियों की शिकायत है कि लाइन में काफी देर से खड़े होने पर उनके परिजनों की तबीयत खराब हो रही है।
जिला पर्यटन अधिकारी ने क्या कहा?
जिला पर्यटन अधिकारी सुरेंद्र यादव का कहना है कि सरकार के निर्देश के अनुसार ही व्यवस्थाएं की जा रही है। वहीं, जब यह सवाल पूछा गया कि अगर किसी यात्री का आज रजिस्ट्रेशन नहीं होता है तो उसके लिए क्या व्यवस्थाएं की जाएगी, तो जिला पर्यटन अधिकारी ने कहा कि स्थिति की जानकारी लगातार उच्च अधिकारियों को दी जा रही है। वहां से जैसा आदेश आएगा, वे उसका पालन करेंगे।
ऋषिकेश में रजिस्ट्रेशन को लेकर उमड़े लाखों यात्री
ऋषिकेश में यात्रा को लेकर ऑनलाइन फिजिकल रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है, जिसके तहत आज सुबह पांच बजे से ही भीड़ उमड़नी शुरू हो गई है। उत्तराखंड के चारधाम बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए ऑनलाइन फिजिकल रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया आज से ऋषिकेश में शुरू हो गई है। रजिस्ट्रेशन के लिए आठ काउंटर लगाए जाने के बाद भी यात्रियों को पंजीकरण करवाने मे कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।
इस बार रिकॉर्ड संख्या में उत्तराखंड पहुंचेंगे यात्री
रजिस्ट्रेशन के पहले दिन ही उमड़ी भीड़ को देखकर कहा जा सकता है कि इस बार के यात्राकाल में रिकार्ड तोड़ यात्री पहुंचने वाले हैं, जिसे सरकार भी मान चुकी है। इसी के तहत कल यानी गुरुवार 9 मई को ऋषिकेश से सूबे के मुख्यमंत्री यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को रवाना करेंगे। भीड़ को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस बार चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं का हुजूम अधिक से अधिक उमड़ेगा। ऐसे में शासन प्रशासन को मुस्तैद रहने की आवश्यकता है।