Char Dham Yatra 2024: चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार ने कमर कस ली है। खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने ऐसे होटल , रेस्टोरेंट और ढाबों के ऊपर कार्रवाई करनी शुरू कर दी है, जहां मिलावटी खाना दिया जाता है। विभाग की ओर से एक अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत यात्रा के मार्गों पर होटल, रेस्टोरेंट और ढाबों में बेचे जा रहे खाद्य पदार्थों के नमूने लेकर उन्हें जांच के लिए भेजा जाएगा। स्वास्थ्य सचिव और आयुक्त डॉ. आर राजेश कुमार ने इसे लेकर उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिया है।
मिलावटी खाद्य सामग्री बेचने वालों पर होगी कार्रवाई
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों पर मिलावटी खाद्य पदार्थों पर खास निगरानी रहेगी। उन्होंने बताया कि मोबाइल टेस्टिंग वैन की टीम खाद्य पदार्थों का सैंपल लेकर उसकी जांच कराएगी। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि अगर कोई भी दुकानदार मिलावटी या एक्सपाइटरी डेट की खाद्य सामग्री बेचते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पिछले साल भी विभाग ने ऐसा अभियान चलाया था।
There are more than 50 spice manufacturing units in Uttarakhand. The commissioner has ordered the food safety officers of all 13 districts to go to spice manufacturing units and do sampling to check the quality of different spices: Commissioner, Food Safety & Drug Administration
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 2, 2024
कंट्रोल रूम से होगी चारधाम यात्रा की निगरानी
चारधाम यात्रा की ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों के जरिए कंट्रोल रूम से निगरानी की जाएगी। इस संबंध में एक मई को अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था एपी अंशुमान ने अधिकारियों को जरूर दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जिला पुलिस प्रभारियों और एसडीआरएफ के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने डीआईजी कानून व्यवस्था को नोडल अफसर बनाया है।
यात्रा मार्ग पर अधिक से अधिक ड्रोन का इस्तेमाल करने के निर्देश
अपर पुलिस महानिदेशक ने सभी जिला पुलिस प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों की ग्रिड बनाकर उनकी फीड कंट्रोल रूम के साथ-साथ डीआईजी कानून व्यवस्था से भी शेयर करने को कहा है। इसके साथ ही, चारधाम यात्रा मार्ग पर अधिक से अधिक ड्रोन का इस्तेमाल करने का भी निर्देश दिया है।
यातायात बाधित होने के जिम्मेदार होंगे थाना प्रभारी
अपर पुलिस महानिदेशक ने साफ कहा है कि अगर कहीं यातायात बाधित हुआ तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित थाना प्रभारी की होगी। यातायात का अधिक दवाब होने पर वाहनों को अलग-अलग स्थानों पर रोकने की व्यवस्था पहले से ही कर लेना चाहिए। जो लोग ट्रैफिक नियमों को तोड़ते हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।