शारदीय शिवरात्रि में भगवान भोलेनाथ की भक्ति के अनेकों रूप देखने को मिलते हैं। कोई पैदल यात्रा करके तो कोई कंधों पर माता-पिता को बैठाकर कांवड़ यात्रा पूरी करता है. वहीं, दूसरी ओर अपार श्रद्धा और विश्वास के साथ शिवभक्त शारदीय शिवरात्रि पर महादेव को गंगाजल अर्पित करने के लिए हरिद्वार की हर की पैड़ी से अपने शिवालयों की ओर रवाना हो रहे हैं। ऐसा ही एक भक्त है, जो भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए घुटनों के बल गंगा जल लेकर जा रहा है।
रूड़की की मंगलौर गंगनहर की पटरी पर एक अनोखा शिव भक्त देखने को मिला। यह भक्त घुटनों के बल चलकर और कंधों पर हरिद्वार से गंगा जल लेकर अपने शिवालय मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हुआ है। लगभग 100 किलोमीटर की यात्रा करके यह शिवभक्त अपने गंतव्य तक पहुंचेगा। इस कठिन यात्रा को लेकर जब उससे बात की गई तो उसने कहा कि भगवान शिव से जो कुछ भी मांगा है, वही मिला है। इसलिए, घुटनों के बल चलकर भगवान शिव को गंगा जल अर्पित करेगा।
कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार ने कई इंतजाम किए हैं। जिला प्रशासन शिव भक्तों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए हर तरह की सुविधा उनको उपलब्ध करा रही है। एसएसपी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि कंट्रोल रूम से निगरानी रखी जाए। शिव भक्त सुबह से लेकर रात तक कांवड़ लेकर यात्रा करते हैं। शिव भक्त डीजे की धुन पर भक्ति में चलते रहते हैं।